सार
वर्ल्ड डेस्क। इजरायल ने हमास से बंधकों के नाम मिलने तक युद्धविराम टाल दिया है। साफ-साफ कह दिया है कि रिहा होने वाले बंधकों के नामों की लिस्ट नहीं मिली तो सीजफायर नहीं होगा।
इजरायली सेना ने कहा कि ईरान समर्थित फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने रिहा किए जाने वाले 33 बंधकों के नामों की लिस्ट नहीं दी है। इसलिए वह गाजा में हमले जारी रखे हुए है। इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा कि जब तक हमास उन बंधकों के नाम नहीं सौंप देता जिन्हें रविवार को रिहा किया जाएगा तब तक युद्धविराम शुरू नहीं होगा। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसी तरह के बयान दिए हैं।
हवाले ने कहा, "आज सुबह तक हमास ने अपने दावे नहीं निभाए हैं। समझौते के अनुसार उसने इजरायल लौटने वाली महिला बंधकों के नाम नहीं दिए हैं। जब तक हमास अपने वादे पूरे नहीं करता है तब तक युद्धविराम लागू नहीं होगा।"
रविवार सुबह 8.30 बजे लागू होना था युद्धविराम
बता दें कि इजरायल और हमास के बीच हुआ युद्धविराम रविवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे लागू होना था। युद्धविराम समझौता तीन चरण का है। पहला चरण 42 दिनों तक चलने की उम्मीद थी।
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हमास ने नामों को सौंपने में देरी के लिए "तकनीकी कारणों" को जिम्मेदार ठहराया है। उसने कहा है कि वह युद्धविराम समझौते के प्रति प्रतिबद्ध है। इजरायली पीएम नेतन्याहू ने शनिवार को कहा था कि इजरायल तब तक युद्धविराम समझौते पर आगे नहीं बढ़ेगा जब तक उसे बंधकों की पहली सूची नहीं मिल जाती।
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट किया, "जब तक हमें रिहा किए जाने वाले बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, तब तक हम समझौते पर आगे नहीं बढ़ेंगे। इजरायल समझौते के उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करेगा। इसकी पूरी जिम्मेदारी हमास पर है।"
हमास के पास बंधक हैं इजरायल के 98 लोग
हमास के पास अभी भी इजरायल के 98 लोगों के बंधक होने की उम्मीद है। इनमें से 33 को युद्ध विराम के पहले चरण के दौरान रिहा किया जाना है। युद्धविराम के लिए मध्यस्थता कतर ने की है। इसे अमेरिका का समर्थन है। बदले में इजरायल लगभग 2,000 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा। वे इस समय इजरायली जेलों में बंद हैं।