सार
इंग्लैंड के पिट्सी में एसेक्स केएफसी में काम करने वाली 32 वर्षीय एम्मा प्राइस एक साल तक कोमा में रहने के बाद होश में आईं और उन्होंने कार्यस्थल पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। एक साल पहले अत्यधिक दर्द निवारक दवाओं के सेवन के बाद एम्मा कोमा में चली गई थीं।
इंग्लैंड के पिट्सी में एसेक्स केएफसी में काम करने वाली 32 वर्षीय एम्मा प्राइस एक साल तक कोमा में रहने के बाद होश में आईं और उन्होंने कार्यस्थल पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। एक साल पहले अत्यधिक दर्द निवारक दवाओं के सेवन के बाद एम्मा कोमा में चली गई थीं। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि दर्द निवारक दवाओं के सेवन से उनके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा था, जिसके कारण वह कोमा में चली गई थीं। एम्मा की हालत देखकर उनका परिवार बेसिल्डन से पिट्सी पहुंचा और उनका इलाज करवाया। हालांकि, किसी को नहीं पता था कि एम्मा ने अत्यधिक दर्द निवारक दवाओं का सेवन क्यों किया था।
महीनों तक इंतजार करने के बाद, जब एम्मा को होश नहीं आया, तो उनके परिवार ने फैसला किया कि अगर उनकी तबीयत में कोई खास सुधार नहीं होता है, तो उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा दिया जाए। यह फैसला लेने के कुछ ही समय बाद, स्वास्थ्यकर्मियों को आश्चर्य हुआ कि एम्मा होश में आ गईं। एम्मा का इलाज कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि वह अपने परिवार को पहचानने लगी हैं। जिंदगी में वापस आने के बाद एम्मा ने बताया कि उन्हें केएफसी में धमकियां मिली थीं। खबर सामने आने के बाद केएफसी ने मामले की जांच के आदेश दिए।
एम्मा आठ साल से केएफसी में काम कर रही थीं। एम्मा ने अपने परिवार से पहले भी शिकायत की थी कि जब अन्य कर्मचारी काम नहीं करते हैं तो उन्हें ओवरटाइम काम करना पड़ता है। परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि काम के बोझ के कारण एम्मा अक्सर काम से रोते हुए घर आती थीं। खबरों के मुताबिक, एम्मा के परिजनों ने घटना से पहले ही इस बारे में केएफसी प्रबंधन से शिकायत की थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि इतना सब होने के बाद भी केएफसी ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे मामला और बिगड़ गया। एम्मा का मामला मीडिया में आने के बाद केएफसी ने कहा, “इस मुश्किल समय में हम एम्मा और उनके परिवार के साथ हैं। एक व्यवसाय के रूप में, हम सभी टीम के सदस्यों के लिए एक सुरक्षित और सहायक कार्य वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इन आरोपों को बहुत गंभीरता से लेते हैं और मामले की तत्काल जांच शुरू कर दी है।”