सार

ऐसा कम ही देखा गया है कि भारत में राष्ट्रपति (President) के पद पर ऐसा व्यक्ति बैठा हो, जो युवा हों। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन कई देश ऐसे भी हैं जहां काफी कम उम्र के राष्ट्रपति हैं। 
 

नई दिल्ली. दुनिया भर के माना जाता है कि नेताओं की उम्र कम से कम 40 साल होनी चाहिए। लेकिन उनमें से कई की उम्र 60 या 70 साल से भी ज्यादा होती है। यह इसलिए भी क्योंकि वे अधिकार की स्थिति तक पहुंचते-पहुंचते विशेषज्ञता हासिल कर लेते हैं। इनमें उनकी कड़ी मेहनत भी शामिल है। भारत में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मियां तेज हैं और विपक्षी दलों की सक्रियता देखते ही बन रही है। देश में अक्सर देखा जाता है राष्ट्रपति पद पर बैठने वाले व्यक्ति के पास भरपूर अनुभव, राजनैतिक व प्रशासनिक कौशल होता है। जबकि दुनिया के कई देशों में राष्ट्रपति पद की कमान कई ऐसे युवाओं के हाथ में है, जिन्हें उस देश की जनता बेहद पसंद करती है। आइए जानते हैं दुनिया के 5 यंग राष्ट्रपतियों के बारे में...

सैन मरिनो के राष्ट्रपति
दुनिया के सबसे कम उम्र के राष्ट्रपतियों की सूची में जियाकोमो सिमोंसिनी का नाम सबसे ऊपर है। 27 वर्षीय नेता, जो सैन मैरिनो के बोर्गो मैगीगोर में पैदा हुए और पले-बढ़े। वे पेशे से फार्मासिस्ट हैं और रसायन शास्त्र के प्रशिक्षक भी रह चुके हैं। इस बीच मात्र 18 साल की उम्र में जियाकोमो सिमोंसिनी समरिनी सोशलिस्ट पार्टी में शामिल हो गए। एक साल बाद कार्यकारी बोर्ड के लिए चुने गए। अपने कार्यों की वजह से वे वर्तमान में राष्ट्रपति हैं। 

उत्तर कोरिया के सर्वोच्च शासक
उत्तर कोरिया के सर्वोच्च शासक किम जोंग उन की उम्र इस समय 39 साल है। उन्होंने अपने की मृत्यु के बाद 2011 में उत्तर कोरिया का सर्वोच्च पद संभाल लिया था। तब उनकी उम्र मात्र 27 साल थी। 2012 में उन्हें पार्टी का हेड चुन लिया गया। किम के तमाम भ्रांतियां हैं लेकिन कोरियाई जनता उन्हें बेहद प्यार करती है और सम्मान देती है। वे 1948 से 1994 तक उत्तर कोरिया के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति किम इल-सुंग के पोते हैं। 

माली के राष्ट्रपति
24 मई 2021 को माली के सैन्य अधिकारी कर्नल असिमी गोटा को माली का राष्ट्रपति चुना गया। गोटा का जन्म 1983 में हुआ और इस समय उनकी उम्र 39 साल है। गोटा को पहले देश के मध्य क्षेत्र में मालियन विशेष बलों में एक कर्नल के रूप में मान्यता दी गई थी। वह पीपुल्स साल्वेशन के लिए राष्ट्रीय समिति के कमांडर हैं। एक सैन्य जुंटा जिसने 2020 में मालियन तख्तापलट में पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम बाउबकर केटा को अपदस्थ कर दिया था। 2021 में मालियन तख्तापलट के बाद गोटा ने बाह नदाव से सत्ता वापस ले ली और औपचारिक रूप से माली के राष्ट्रपति घोषित किए गए।

अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति
अल सल्वाडोर के राजनेता और व्यवसायी नायब अरमांडो बुकेले ओर्टेज चुनाव जीतने के 2019 में राष्ट्रपति बने। तब वे 38 वर्ष के थे। वामपंथी फराबुंडो मार्ट नेशनल लिबरेशन फ्रंट के तत्वावधान में उन्होंने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। फिलहाल वे नुएवास आईडियाज दल के संस्थापक हैं। बुकेले ने मार्च 2012 से 2015 तक नुएवो कुस्कटलान के मेयर के रूप में कार्य किया है। इसके बाद वे सैन सल्वाडोर के मेयर चुने गए। 

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो
इमैनुएल मैक्रों दुनिया के सबसे युवा राष्ट्रपतियों में से एक हैं। 14 मई 2017 को फ्रांस के राष्ट्रपति बने और अंडोरा के पदेन सह-राजकुमार के रूप में उनका अभिवादन किया गया। 6 अप्रैल 2016 को उन्होंने एन मार्चे! आंदोलन बनाया और 7 मई 2017 को अपनी चुनावी जीत तक इसके नेता के रूप में कार्य किया। मैंक्रों का जन्म 21 दिसंबर 1977 को हुआ और वे फिलहाल 45 वर्ष के हैं।

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