बांग्लादेशी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत पर उसके भाई उमर ने यूनुस सरकार पर हत्या की साजिश रचकर फरवरी चुनाव टालने का आरोप लगाया। उमर ने जल्द ट्रायल की मांग की। हादी जुलाई विद्रोह से जुड़े इंकलाब मंच का प्रवक्ता था।
ढाका/नई दिल्ली। ढाका में बांग्लादेशी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के कुछ दिनों बाद उसके भाई उमर हादी ने यूनुस सरकार को ही कठघरे में खड़ा कर दिया है। उमर ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के एक गुट पर फरवरी में होने वाले राष्ट्रीय चुनाव को पटरी से उतारने के लिए उस्मान हादी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
उमर हादी का आरोप- यूनुस ने कराई भाई की हत्या
उस्मान हादी के भाई शरीफ उमर हादी ने ढाका के शाहबाग में एक विरोध सभा में यूनुस सरकार पर निशाना साधा। उमर ने नोबेल पुरस्कार विजेता यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, "आपने उस्मान हादी की हत्या करवाई और अब आप इसे मुद्दा बनाकर चुनाव को टालने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि खुद लंबे समय तक सत्ता में बने रहें।
…तो यूनुस को भी बांग्लादेश से भागना पड़ेगा
उस्मान हादी के भाई उमर ने कहा, भाईजान चाहते थे कि राष्ट्रीय चुनाव फरवरी 2026 तक हो जाएं। अब अधिकारियों को जल्द से जल्द सुनवाई सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि चुनावी माहौल में किसी भी तरह की बाधा न आने पाए। इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि हत्यारों का जल्द से जल्द ट्रायल सुनिश्चित किया जाए, ताकि चुनाव का माहौल खराब न हो। सरकार हमें कोई भी साफ प्रोग्रेस दिखाने में नाकाम रही है। अगर उस्मान हादी को इंसाफ नहीं मिला, तो एक दिन आपको भी बांग्लादेश से भागना पड़ेगा।
उमर ने बताया, क्यों की गई उसके भाई की हत्या
उमर ने आरोप लगाया कि उनके भाई को इसलिए मारा गया, क्योंकि उन्होंने किसी एजेंसी या "विदेशी आकाओं" के सामने घुटने नहीं टेके। द डेली स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंकलाब मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने आरोप लगाया कि उस्मान हादी की हत्या जुलाई के विद्रोह की उपलब्धियों और बांग्लादेश की संप्रभुता को खत्म करने की गहरी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खुफिया एजेंसियां और देश के अंदर काम करने वाले "फासीवादी सहयोगी" उस्मान की हत्या में शामिल थे। जाबेर ने यह भी मांग की कि सरकार एक तय समय के अंदर अंतरराष्ट्रीय स्तर की जांच के जरिए हत्यारों को जनता के सामने पेश करे, ऐसा न करने पर वे विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे।
कौन था शरीफ उस्मान हादी?
शरीफ उस्मान हादी 2024 के जुलाई विद्रोह से पैदा हुए संगठन इंकलाब मंच का प्रवक्ता था। इसी के आंदोलन की वजह से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटना पड़ा था। उस्मान हादी को 12 दिसंबर को ढाका में अज्ञात हमलावर ने सिर में गोली मारी थी, जिसे बाद उसे एयरलिफ्ट करके सिंगापुर ले जाया गया, जहां 18 दिसंबर को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें भीड़ ने 27 साल के दीपू चंद्र दास को पीट-पीटकर मार डाला और बाद में उनके शव को नग्न कर पेड़ से बांधकर जला दिया।


