सार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की कुर्सी खतरे में है। उनके खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश हो गया है। 31 मार्च को इसपर चर्चा होगी।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के खिलाफ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पेश हो गया है। उपाध्यक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद नेशनल असेंबली को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया है। कहा जा रहा है कि अब चंद दिनों में ही इमरान खान की कुर्सी को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है।
पाकिस्तान में सभी की निगाहें नेशनल असेंबली पर हैं। सोमवार को इसका सत्र दो दिवसीय अवकाश के बाद शुरू हुआ। प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ 26 सूत्री एजेंडे पर अविश्वास प्रस्ताव रखा गया। नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम खान सूरी सत्र की अध्यक्षता कर रहे थे।
विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने डिप्टी स्पीकर को संबोधित करते हुए कहा कि मैं अनुरोध करूंगा कि आप इसे सदन में पेश करने की अनुमति दें ... क्योंकि प्रस्ताव पहले से ही एजेंडे में था। इसके बाद प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए मतदान हुआ, जिसमें 161 सांसदों ने प्रस्ताव को पेश करने के पक्ष में मतदान किया। प्रस्ताव पेश किए जाने के बाद सत्र 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
शरीफ के प्रस्ताव को पेश करने से पहले प्रधानमंत्री के संसदीय मामलों के सलाहकार डॉ बाबर अवान ने कुछ प्रस्ताव पेश किए। दरअसल, पहले शुक्रवार को प्रस्ताव पेश किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने मिनटों के भीतर बैठक स्थगित कर दी थी।
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इमरान को सरकार बचाने के लिए चाहिए 172 वोट
बता दें कि पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के सदस्यों की संख्या 342 है। इमरान खान को अपनी सरकार बचाने के लिए 172 वोटों की जरूरत है। इमरान की पार्टी पीटीआई के 155 सांसद हैं। छह राजनीतिक दलों ने इमरान को सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया था। इनके सदस्यों की संख्या 23 है। कहा जाता है कि सहयोगी दल उनसे नाराज है, इसलिए वे विपक्ष का साथ दे सकते हैं। वहीं, इमरान खान के अपने सदस्यों ने भी बगावत कर दिया है। कहा जा रहा है कि पीटीआई के 24 सांसदों ने बागी रुख अपना लिया है।
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