यरुशलम: भले ही आस्था और उसे मानने के तौर तरीकों को लेकर ईसाइयत, इस्लाम से अलग है मगर दोनों के बीच गहरा रिश्ता है। इस रिश्ते का सबूत इस्लाम की सबसे पवित्र किताब कुरआन-ए-शरीफ (बोलचाल की भाषा में कुरान) में भी मिलता है। हालांकि 'श्रेष्ठता' और कुछ मतभेदों की वजह से सैकड़ों साल के इतिहास में इस्लाम और ईसाइयत के बीच कई मर्तबा खूनी संघर्ष के उदाहरण मिलते हैं।