जर्मनी की चासंलर एंजेला मर्केल इस समय भारत यात्रा पर हैं। आज मर्केल वापस जर्मनी के लिए रवाना हो जाएंगी। लेकिन भारत यात्रा कार्यक्रम को जब सार्वजनिक किया गया तो उसमें उनका अंतिम पड़ाव एक मेट्रो स्टेशन को देखकर सब चौंक गए थे। वह सुबह 11.20 बजे द्वारका सेक्टर-21 मेट्रो स्टेशन पर पहुंचेंगी। दरअसल, इस मेट्रो स्टेशन का जर्मनी से संबंध है। इसलिए मर्केल कुछ देर यहां रुकना चाहती हैं। इस मेट्रो स्टेशन की छत पर सोलर पैनल्स लगाने के लिए जर्मनी की सरकार ने आर्थिक मदद की थी।
वू हुयान नाम की यह महिला दिन भर में सिर्फ एक बन या थोड़े से चावल खाती है, जबकि उसे युनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के साथ-साथ दो जगहों पर नौकरी भी करनी होती है।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान में विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ आजादी मार्च निकाला। इस मार्च में सभी विपक्षी दलों के नेता, समर्थकों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। दक्षिणपंथी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में हो रहे इस मार्च में विपक्ष ने इमरान का इस्तीफा मांगा।
चीन निर्मित ड्रोनों की उड़ान पर सुरक्षा चिंताओं के कारण अमेरिका ने रोक लगाने की घोषणा की है। केवल आपातकालीन उद्देश्यों में प्रयोग होने वाले ड्रोनों को उड़ाने की अनुमति दी है। वहीं, चीन ने खतरे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश न करने की अपील की है।
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज की सेहत में सुधार के संकेत मिले हैं, सोमवार की रात शरीफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, शरीफ के प्लेटेलेट अब 51,000 हो गए हैं। बेहतर इलाज के लिए लंदन ले जाने पर किया जा रहा विचार।
पाकिस्तान में प्रधानमंत्री इमरान खान की सत्ता को जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के नेता मौलाना फजल-उर-रहमान ने उखाड़ फेंकने की कमस खा ली है। आजादी मार्च के जरिए मौलाना फजल-उर-रहमान इमरान से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म करने का ऐलान किया था। इसके साथ ही अविभाजित जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने की भी घोषणा की गई थी। 31 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश बन गए।
पाकिस्तान की मौजूदा तहरीक-ए-इंसाफ-पार्टी की सरकार इस वक्त अपने कार्यकाल के सबसे मुश्किल दौर में है। इमरान खान की सरकार गरीबी, बेरोजगारी, डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये की लगातार खस्ता होती हालत और ध्वस्त अर्थव्यवस्था से परेशान हैं। इमरान खान की सरकार हटाने के लिए जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम पिछले पांच दिन से पाकिस्तान के अलग-अलग प्रांतों से आजादी मार्च को लेकर इस्लामाबाद पहुंच रहा है। 31 अक्टूबर को इस्लामाबाद में इमरान सरकार के खिलाफ सबसे बड़ा आंदोलन होना था लेकिन पाकिस्तान में ट्रेन हादसा होने के कारण इस प्रदर्शन को 1 दिन आगे बढ़ा कर शुक्रवार यानी 1 नवंबर कर दिया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को बड़ा एलान किया है। खान ने करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले घोषणा की और कहा कि करतारपुर साहिब गुरुद्वारे के दर्शन के लिए पासपोर्ट की जरुरत नहीं होगी।
अपने ही मुल्क में विरोध का सामना कर रहे पाकिस्तानी वजीर-ए-आजम की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही है। विश्वभर में भारत के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिशों में जुटे इमरान के खिलाफ उनके ही देश में माहौल बन रहा है। जमीयते उलेमाए इस्लाम-फजल के नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में विपक्ष का 'आजादी मार्च' गुरुवार रात इस्लामाबाद पहुंच गया। 'आजादी मार्च' जरिए इमरान खान का जमकर विरोध हो रहा है और उनके इस्तीफे की मांग की जा रही है।