सार

डॉक्टर ने शहर भर में एड्स फैला दिया। वह लापरवाही से मरीजों का इलाज करता था जिसमें एक ही सिरिंज से कई लोगों को इंजेक्शन लगा देता था यहां तक एक बार उसने कूड़े के ढेर से सुई निकाल मरीज को इंजेक्शन दे दिया जिसके बाद पूरा मामला खुल गया।

इस्लामाबाद. पाकिस्‍तान  के एक शहर में 1,100 लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं इनमें 900 तो सिर्फ बच्चे ही हैं। एड्स पीड़ित लोगों की खबर सामने आने के बाद शहर भर में हड़कंप मच गया है। खबर है कि एक डॉक्टर ने एड्स फैलाया है। एड्स की खबर फैलने के बाद लोगों ने शहर में लोगों के घर आना जाना, खाना-पीना यहां तक की छूना तक बंद कर दिया है।

पाकिस्तान के रतोडेरो शहर में 1,100 लोग एचआईवी (HIV) पॉजिटिव पाए गए हैं। इस घटना के बाद पाक सरकार में भी खलबली मच गई है। बताया जा रहा है कि एक झोलाछाप डॉक्टर ने शहर भर में एड्स फैला दिया। वह लापरवाही से मरीजों का इलाज करता था जिसमें एक ही सिरिंज से कई लोगों को इंजेक्शन लगा देता था यहां तक एक बार उसने कूड़े के ढेर से सुई निकाल मरीज को इंजेक्शन दे दिया जिसके बाद पूरा मामला खुल गया।

कैसे हुआ एड्स फैलाने वाले डॉक्टर का खुलासा- 

घंघरू ने एक घर के छह बच्‍चों का इलाज किया था। इन बच्‍चों के पिता ने न्यूयॉर्क टाइम्स को बताया कि डॉक्टर घंघरू ने उसके सामने कचरे के डब्बे से सूई निकाली और उनके बच्चे को इंजेक्शन लगा दिया। पिता ने रोकने की कोशिश की तो डॉक्‍टर ने पूछा कि क्या नई सीरिंज खरीदने के लिए आपके पास पैसे हैं? इसके बाद बच्‍चों का पिता भी चुप हो गया था।

दो बच्चों को हो चुकी है मौत- 

कुछ दिन बाद बच्‍चा और बीमार पड़ गया। बाद में उसने जांच करवाई तो बच्चा को एचआईवी संक्रमण होने का पता चला। जिलानी के दो बच्चों की मौत भी हो चुकी है, जबकि चार एचआईवी से संक्रमित हो गए। एचआईवी के संक्रमण के पीछे डॉ. घंघरू की लापरवाही को ही जिम्‍मेदार माना गया। पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने डॉक्टर मुजफ्फर घंघरू को गिरफ्तार  किया है। उस पर काम में लापरवाही बरतने और इंसानी जिंदगी को खतरे में डालने का मामला दर्ज किया गया। हालांकि डॉक्टर ने खुद को बेकसूर बताया।

शहर में झोलाछाप डॉक्टर का कहर- 

न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, पाकिस्‍तान में नाई एक ही रेज़र से कई लोगों की हजामत बनाते हैं, वहीं डेंटिस्ट गंदे-संदे औज़ारों का इस्तेमाल करते हैं। कई अस्पतालों और छोटे झोलाछाप डॉक्टर बहुत ही गंदगी से काम करते हैं। जिसके कारण लोगों की जिंदगी खतरे में डाली जा रही है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अधिकतर एड्स पीड़ितों में घंघरू के मरीज हैं जो उससे इलाज करवाते हैं। 

एड्स पीड़ित अधिकतर लोग झोलाछाप डॉक्टर के मरीज- 

पहले अधिकारियों को एड्स फैलने की ये खबरें झूठी लग रही थीं लेकिन जब वहां पहुंचकर जांच की तो उनके होश उड़ गए। यहां अभी तक सैकड़ों लोग एचआईवी पॉजिटिव पाए जा चुके हैं।

एड्स को लेकर जागरूक नहीं लोग- 

इतना ही नहीं लोगों के बीच एड्स को लेकर कोई जागरूकता नहीं है। लोगों ने एड्स फैलने की खबर सुनते ही आस-पास घरों में आना जाना, खाना पीना बंद कर दिया है। यहां तक कि लोग एक-दूसरे को छू तक नहीं रहे हैं।

एचआईवी संक्रमण में 13 फीसदी की बढ़ोतरी

पिछले दिनों संयुक्‍त राष्‍ट्र की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पाकिस्तान में नए एचआईवी (HIV-AIDS) संक्रमण में 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। संयुक्त राष्ट्र की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में एचआईवी के कुल मामलों की संख्या इस वर्ष बढ़कर 1,60,000 हो गई है। 2010 के 67,000 मामलों को देखते हुए यह एक बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है।