सार
वीडियो क्लिप को एक वेरिफाइड ट्वीटर अकाउंट (verified twitter account) से ट्वीट किया गया है। वीडियो में बच्चियां नारे लगाते हुए और रैली निकालते हुए भी दिख रही हैं।
इस्लामाबाद। दुनिया अंतरिक्ष के विभिन्न ग्रहों पर पहुंचने की सोच रही है लेकिन पाकिस्तान (Pakistan) अभी भी कबिलाई कानून से बच्चों को प्रशिक्षित कर रहा है। तर्क और कल्पनाशक्ति को खत्म करते हुए दहशत और डर के माहौल का समाज बनाने में जुटा हुआ है। पाकिस्तान की लाल मस्जिद (Red Mosque, Islamabad) में पढ़ने वाले बच्चों के एक कथित प्रशिक्षण का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो (viral video) में छात्र-छात्राओं को ईश निंदा (Blasphemy) करने वालों का सर कलम करने की सीख देते हुए उसकी मॉक प्रैक्टिस तक कराई जा रही है।
वीडियो को ट्वीटर के वेरिफाइड अकाउंट से किया गया ट्वीट
दरअसल, वीडियो क्लिप को एक वेरिफाइड ट्वीटर अकाउंट (verified twitter account) से ट्वीट किया गया है। गुल बुखारी (Gul Bukhari) नाम से चल रहे अकाउंट से वीडियो क्लिप शेयर की गई है। बताया गया है कि जो बच्चे-बच्चियां दिख रहे वह पाकिस्तान के लाल मस्जिद के स्टूडेंट्स हैं। इनको ईशनिंदा पर किसी आदमी का सिर कैसे काटा जाता है यह बताया जा रहा है। ट्वीटर पोस्ट में लिखा गया है कि पाकिस्तान का कामयाब जवान इस प्रैक्टिस को करना भलीभांति जानता है। वीडियो में बच्चियां नारे लगाते हुए और रैली निकालते हुए भी दिख रही हैं।
वीडियो कब, कहां और क्यों शूट किया गया, यह स्पष्ट नहीं
हालांकि, वीडियो में यह स्पष्ट नहीं है कि वह कबकी है। इसे कहां शूट किया गया है। वीडियो में दिखाया जाने वाला स्टंट प्रैक्टिस भी ईशनिंदा को लेकर है या नहीं, यह स्पष्ट नहीं हो सका है।
पाकिस्तान में ईशनिंदा के आरोप में आए दिन होती हैं हत्याएं
बीते दिनों ही पाकिस्तान (Pakistan) के सियालकोट में श्रीलंकाई नागरिक व फैक्ट्री मैनेजर प्रियंथा दियावदना की भीड़ ने ईश निंदा के आरोप में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी और शव को जला दिया था।
इसी महीने पाकिस्तान (Pakistan) में सद्भावना का प्रयास कर रहे चार युवकों को ईशनिंदा (blasphemy) के आरोप में अरेस्ट किया गया था। इन युवकों पर आरोप था कि धार्मिक मुद्दे पर इन लोगों ने एक मस्जिद (mosque) के इमाम से बहस कर ली। बहस करने वाले युवकों को पाकिस्तान के पूर्वी लौहार क्षेत्र (East Lahore) की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
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