सार

हिंसा में 420 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और इसको लेकर देशभर में हजारों लोगों ने शोक मार्च किया मौत की संख्या बढ़ने के बाद इराक के प्रधानमंत्री आदेल अब्दुल महदी ने शुक्रवार को कहा था कि वह अपना इस्तीफा संसद को सौंप देंगे
 

बगदाद: इराक में पिछले दो महीने से जारी हिंसक अशांति के बीच संसद ने कैबिनेट का इस्तीफा रविवार को मंजूर कर लिया। इस हिंसा में 420 से अधिक व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और इसको लेकर देशभर में हजारों लोगों ने शोक मार्च किया। प्रदर्शनकारियों की मौत की संख्या बढ़ने के बाद इराक के प्रधानमंत्री आदेल अब्दुल महदी ने शुक्रवार को कहा था कि वह अपना इस्तीफा संसद को सौंप देंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदर्शनकारी सत्तारूढ़ सदस्यों पर अयोग्य, भ्रष्ट और विदेशी शक्तियों के प्रति झुके होने का आरोप लगा रहे हैं।

बड़े हो रहे थे प्रदर्शन

प्रदर्शनों का केंद्र पहले बगदाद में स्थित था और उसके बाद यह शिया बहुल दक्षिण और उत्तरी क्षेत्रों और सुन्नी बहुल मोसुल शहर में फैल गया था। प्रदर्शनों में काले कपड़े पहने सैकड़ों छात्रों ने जान गंवाने वाले कार्यकर्ताओं के लिए शोक मार्च निकाला। संसद का सत्र रविवार दोपहर में शुरू हुआ और कुछ ही मिनट में अब्दुल महदी का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया। संविधान में उल्लेखित व्यवस्था के अनुसार उन्हें और पूरे कैबिनेट को एक 'कार्यवाहक सरकार' के तौर पर कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई।

राष्ट्रपति नया प्रधानमंत्री नियुक्त करेंगे

संसद के अध्यक्ष ने कहा कि वह अब राष्ट्रपति बरहम सालेह को नया प्रधानमंत्री नियुक्त करने के लिए कहेंगे। इस बीच, संसद सत्र से पहले देश की राजधानी बगदाद में जारी हिंसा के बीच सुरक्षा बलों की गोली लगने से सरकार विरोधी एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। नाम नहीं बताने की शर्त पर सुरक्षा एवं चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि बगदाद के ऐतिहासिक राशिद मार्ग पर एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। सुरक्षा बलों ने इराक की संसद और अन्य सरकारी संस्थानों की ओर जाने वाली अहरार पुल के पास कंक्रीट के अवरोधकों से भीड़ को हटाने के लिए गोलीबारी की थी, तभी यह घटना हुई।

दक्षिणी इराक में व्यापक प्रदर्शनों के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर रखा है।

छात्रों और शिक्षकों समेत सरकार विरोधी प्रदर्शनकारी रविवार सुबह बसरा शहर में सड़कों पर उतरे। उन्होंने हाल के दिनों में नजफ और धी कर प्रांतों में मारे गए प्रदर्शनकारियों के प्रति शोक जताने के लिए काले कपड़े पहने हुए थे।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)