सार
दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक हांगकांग में प्रदर्शनकारियों ने हजारों की संख्या में घेराव किया है। ये सभी लोकतंत्र समर्थक हैं। इनके प्रदर्शन की वजह से कई इंटरनेशनल रूट की फ्लाइट पर असर पड़ा है। इस प्रदर्शन से जहां चीन की सरकार की चिंताएं खड़ी हो गई है।
हांगकांग. दुनिया के सबसे बड़े शहरों में से एक हांगकांग में प्रदर्शनकारियों ने हजारों की संख्या में घेराव किया है। ये सभी लोकतंत्र समर्थक हैं। इनके प्रदर्शन की वजह से कई इंटरनेशनल रूट की फ्लाइट पर असर पड़ा है। इस प्रदर्शन से जहां चीन की सरकार की चिंताएं खड़ी हो गई है। तो वहीं चीन सरकार ने हांगकांग प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है। शहर की सीमा पर बख्तरबंद गाड़ियों की तैनाती कर दी गई है। वहीं भारत और अमेरिका जैसे देशों ने इस मसले पर प्रतिक्रिया देते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है।
क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं लोग?
हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन पिछले करीब 10 हफ्तों से चल रहा है। ये विरोध प्रत्यर्पण बिल को लेकर है। दक्षिण हिस्से में चीन की सरकार ने प्रत्यार्पण बिल को मंजूरी दे दी है। हांगकांग के लोग इसका जमकर विरोध कर रहे हैं।
बिल में क्या है प्रावधान
बिल के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति किसी भी तरह का अपराध चीन में करता है और हांगकांग आ जाता है, तो चीन की सरकार उसे पूछताछ के लिए वापस ले जा सकता है। हांगकांग साल 1997 में ब्रिटेन से चीन के कब्जे में आ गया था। तब से वहां पर लोकतंत्र समर्थक चीन सरकार के खिलाफ इस तरह के प्रदर्शन करते रहते हैं। अब बिल को मंजूरी मिलने के बाद इस विरोध ने हिंसक रूप ले लिया है।
एयरपोर्ट पर कर रखा है घेराव
प्रदर्शनकारियों ने दुनिया के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट पर घेराव कर रखा है। मंगलवार को भी एयरपोर्ट पर सन्नाटा रहा। प्रदर्शनकारियों की वजह से एयरपोर्ट से कोई विमान नहीं उड़ पाया है। अबतक 300 फ्लाइट को रद्द करना पड़ा है। प्रदर्शनकारी किसी भी यात्री को ना आने दे रहे थे और ना ही बाहर जाने दे रहे हैं।
चीन ने दी है चेतावनी
हांगकांग में लगातार तेज होते जा रहे हिंसक प्रदर्शन से सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। चीन ने इन प्रदर्शनकारियों को गुंडा करार दिया है। साथ ही इस प्रदर्शन को आतंकवाद की संज्ञा दे दी है। चीन ने हांगकांग के प्रशासन को तुरंत इस प्रदर्शन को खत्म करवाने को कहा है। चीन ने सैन्यबल का इस्तेमाल करने की धमकी दी है।
अमेरिका और भारत पर भी असर
हिंसक होते इस प्रदर्शन से भारत और अमेरिका भी सतर्क हो गए हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीट कर कहा है कि चीन हांगकांग सीमा पर सैन्यबल की तैनाती कर सकता है। जिस वजह से प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लिया जा सके। वहीं भारत ने अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। भारत ने चीन सरकार से नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दूसरा मार्ग ढूंढने को कहा है।