सार
यूक्रेन और रूस की सेना के बीच आमने-सामने की जंग हो रही है। आंकड़ों के लिहाज से यूक्रेन रूस के सामने सैन्य क्षमता के मामले में कहीं नहीं टिकता, लेकिन यूक्रेन की सेना के पास भी कुछ ऐसे हथियार हैं, जिससे वह रूसी सेना को काफी नुकसान पहुंचा सकती है।
कीव। यूक्रेन पर रूसी हमले (Russia Ukraine War) के 24 घंटे से अधिक बीत गए हैं। रूस का हमला और तेज हुआ है। लड़ाई में अभी तक 137 यूक्रेनियों की जान गई है। रूस ने यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्टम, एयरबेस और अन्य महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर हमला किया है। रूस के लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर यूक्रेन के आसमान में उड़ान भर रहे हैं और जमीन पर बमबारी कर रहे हैं।
यूक्रेन और रूस की सेना के बीच आमने-सामने की जंग हो रही है। आंकड़ों के लिहाज से यूक्रेन रूस के सामने सैन्य क्षमता के मामले में कहीं नहीं टिकता, लेकिन यूक्रेन की सेना के पास भी कुछ ऐसे हथियार हैं, जिससे वह रूसी सेना को काफी नुकसान पहुंचा सकती है। आईए इन हथियारों पर डालते हैं एक नजर।
टी-64 टैंक
यूक्रेन की सेना के पास अधिकतर हथियार सोवियत रूस के जमाने के हैं। इनमें बीएमपी, टी-64 टैंक और टी-64 बीबी टैंक हैं। टी-64 यूक्रेन की सेना द्वारा सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला टैंक है। यह छोटे आकार का टैंक है, जिसमें 125 एमएम का स्मूथ बोर गन लगा है। इस तरह के गन का इस्तेमाल रूस के टी-72 और टी-90 टैंक में होता है।
यूक्रेन की सेना टी-64 टैंक का अपग्रेड वर्जन टी-64 बीएम का भी इस्तेमाल करती है। इससे एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भी दागा जा सकता है। इसमें नया फायर कंट्रोल सिस्टम और नाइट विजन डिवाइस लगा है। यूक्रेन की सेना जिस सबसे उन्नत टैंक का इस्तेमाल करती है उसका नाम टी-84 है। इसे 1200 हार्स पावर के इंजन से ताकत मिलती है। इसे रूस के टी-90 टैंक जैसा घातक माना जाता है।
आरपीजी-29
टैंक और अन्य बख्तरबंद गाड़ियों के खिलाफ लड़ाई के लिए यूक्रेन की सेना के पास आरपीजी-29 है। यह एक एंटी टैंक रॉकेट लॉन्चर है। 80 के दशक में सोवियत रूस के दौर में इसे विकसित किया गया था। 11.5 किलो के इस हथियार को एक अकेला सैनिक चला सकता है। इसकी मदद से टैंक और सेना की टुकड़ी पर छिपकर हमला किया जा सकता है। यह ईआरए से लैस टैंकों को भी तबाह कर सकता है। इसके हमले से ईराक में कई अमेरिकी एम वन एब्रैम टैंकों को नुकसान हुआ था। लेबनान की जंग में इसके हमले से इजरायल के मर्कबा टैंक तक तबाह हुए थे। इसका इफेक्टिव रेंज 450-500 मीटर है।
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एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल जैवलिन
रूस के हमले के खतरे को देखते हुए अमेरिका ने यूक्रेन को सैकड़ों की संख्या में एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल जैवलिन दिया था। यह अमेरिकी मिसाइल 800 एमएम मोटे कवज वाले टैंक को भी तबाह कर सकता है। इसका रेंज 2500 मीटर है। 22.3 किलो के इस मिसाइल को दो सैनिकों की टीम फायर कर सकती है। इसे कंधे पर रखकर भी फायर किया जा सकता है। आमने-सामने की लड़ाई वाले मोर्चों पर इसका इस्तेमाल काफी घातक होता है। यह टैंक और अन्य बख्तरबंद वाहनों पर सटीक वार करता है।
MBT LAW
ब्रिटेन ने यूक्रेन को बड़ी संख्या में MBT LAW दिए हैं। हल्के वजन के इस हथियार का इस्तेमाल टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों को नष्ट करने के लिए होता है। इसका रेंज 600 मीटर तक है। यह एक फायर एंड फॉरगेट सिस्टम है। इसका मतलब है कि एक बार दागे जाने पर इसका मिसाइल अपने टारगेट पर अचूक वार करता है। इसके साथ ही यूक्रेन के पास खुद का 9k115 मेटिस और 9M113M Konkurs-M एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम भी है। इनकी मदद से 800 एमएम मोटे आर्मर वाले टैंक को भी नष्ट किया जा सकता है। यह रूस के मजबूत टैंकों को भी तबाह कर सकता है।
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