सार
रूस द्वारा की गई बमबारी के चलते यूक्रेन का दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान एंटोनोव-225 जल गया। हमले के समय यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव के पास स्थित होस्टोमेल एयरफिल्ड पर मौजूद था।
कीव। रूस ने यूक्रेन पर हमले (Russia Ukraine war) की शुरुआत में हवाईअड्डों और वायुसेना के ठिकानों को सबसे पहले निशाना बनाया था। हवाई अड्डों पर मिसाइलें दागी गईं। लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर से भी बमबारी की गई। इसके चलते यूक्रेन की वायुसेना को भारी नुकसान हुआ है।
इस बीच खबर आई है कि रूस द्वारा की गई बमबारी के चलते यूक्रेन का दुनिया का सबसे बड़ा मालवाहक विमान एंटोनोव-225 जल गया। यूक्रेन के सरकारी हथियार निर्माता कंपनी Ukroboronprom ने रविवार को यह जानकारी दी है। हमले के समय यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव के पास स्थित होस्टोमेल एयरफिल्ड पर मौजूद था।
मरम्मत में लगेगा 3 अरब डॉलर
Ukroboronprom ने अपने फेसबुक पेज पर कहा है कि रूसी कब्जेदारों ने यूक्रेनी विमानन क्षेत्र के ध्वज-पोत प्रसिद्ध एएन-225 को नष्ट कर दिया। विमान कीव के पास स्थित एंटोनोव के हवाई क्षेत्र होस्टोमेल में मौजूद था। इस विमान के मरम्मत पर 3 अरब डॉलर से अधिक का खर्च आएगा और इसमें लंबा समय लगेगा।
84 मीटर लंबा है एएन-225
एएन-225 को 1985 में बनाया गया था। इसने 1988 में पहली उड़ान भरी थी। यह अब तक बना दुनिया का सबसे बड़ा विमान है। इसमें 30 से अधिक पहिए लगे हैं। विमान को 6 इंजनों से ताकत मिलती है। इसके पंखों की चौड़ाई 290 फीट है। खाली विमान का रेंज 15400 किलोमीटर है। सामान लोड होने पर यह एक बार में 4500 किलोमीटर दूर तक उड़ान भरता है।
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एंटोनोव एन-225 कार्गो विमान है। इसका इस्तेमाल उन बड़े और भारी सामानों को ढोने में किया जाता है, जिसे किसी और विमान से कहीं ले जाना संभव नहीं हो। यह विमान 250 टन भारी सामान लेकर उड़ सकता है। सोवियत संघ के समय इसे बुरान अंतरिक्ष यान या अन्य भारी सामान को ढोने के लिए विकसित किया गया था। सोवियत संघ के पतन के बाद बुरान कार्यक्रम बंद कर दिया गया था और विमान को स्वतंत्र यूक्रेन के क्षेत्र में छोड़ दिया गया था।
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