सार

दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। अब तक 1 लाख 14 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना का संकट भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी बढ़ रहा है। यहां सरकार ने कोरोना से मरने वाले सभी लोगों के शवों को दफनाने के बजाय जलाने का आदेश दिया है। 

कोलंबो. दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। अब तक 1 लाख 14 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना का संकट भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में भी बढ़ रहा है। यहां सरकार ने कोरोना से मरने वाले सभी लोगों के शवों को दफनाने के बजाय जलाने का आदेश दिया है। यहां रविवार को मुस्लिमों के विरोध के बावजूद प्रशासन ने शवों को जला दिया। मुस्लिम इसे धर्म के खिलाफ बता रहे हैं।

श्रीलंका में अब तक 7 लोगों की मौत हुई है, इनमें से तीन मुस्लिम थे। प्रशासन ने इनके घरवालों के विरोध के बावजूद शवों को जला दिया। 

शवों को जलाया जाएगा- स्वास्थ्य मंत्री
श्रीलंका के स्वास्थ्य मंत्री पवित्रा वाणिअराचछी ने रविवार को कहा, किसी भी व्यक्ति का शव जो कोरोना के चलते मरा है या उसके संक्रमित होने का शक है, उसे जलाया जाएगा। जबकि कोरोना के शवों को लेकर WHO का कहना है कि शवों को या तो दफनाया जा सकता है या जलाया जा सकता है। 

श्रीलंका में अब तक कोरोना के 200 केस मिले
श्रीलंका में अब तक 200 लोग संक्रमित पाए गए हैं। पूरे देश में कर्फ्यू लगाया गया है। साउथ एशिया एमनेस्टी के डायरेक्टर बिराज पटनायक ने पिछले दिनों कहा था, इस मुश्किल वक्त में समुदायों को एक करना होगा, नाकि उनमें दूरी लाई जाए। 

श्रीलंका की कुल आबादी 21 मिलियन यानी 2.1 करोड़ है। यहां 10 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। यहां की मुख्य राजनीतिक पार्टी जो मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है, उसका आरोप है कि सरकार धार्मिक अनुष्ठानों और परिवरा की इच्छाओं की उपेक्षा कर रही है। 

श्रीलंका में आतंकी हमले के बाद बढ़ा विवाद
श्रीलंका में पिछले साल ईस्टर पर तीन होटलों और तीन चर्चों में आत्मघाती हमले हुए थे। इनमें करीब 279 लोग मारे गए थे। इन हमलों को मुस्लिम आतंकियों ने अंजाम दिया था। हमले के बाद से श्रीलंका में मुस्लिमों और बहुसंख्यकों के बीच मतभेद सामने आए। इस हमले एक 1 हफ्ते बाद श्रीलंका में मुस्लिमों पर बहुसंख्यकों ने हमले किए। इसमें एक की मौत भी हो गई। कई जख्मी हुए। मुस्लिमों के घरों को जला दिया गया और वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी।