सार
यात्री ने बताया कि बचाव दल के आने के लिए चार घंटे तक इंतजार किया, क्योंकि आग की लपटें उसके चारों ओर थीं। करीब ढाई सौ लोग चिल्ला रहे थे, कई तो समुद्र में कूद गए। हमारे कुछ दोस्त अभी भी लापता हैं, हम नहीं जानते कि वे कहाँ हैं।
कोर्फू। इटालियन फेरी (Italian Ferry) में आग लगने के दूसरे दिन भी कम से कम 12 ट्रक ड्राइवर लापता हैं। यूरोफेरी ओलंपिया (Euroferry Olympia) में लगी आग से बचावकर्मियों की बोर्डिंग रूक गई है। लेकिन टगबोट्स (Tugboats) ने जहाज को द्वीप (island) के करीब ले जाने में कामयाबी हासल कर ली है। ईआरटी टीवी ने कहा कि शनिवार दोपहर को नौका कॉर्फू (Corfu) के उत्तर में लगभग 6 समुद्री मील (लगभग 11 किमी) की दूरी पर थी। उधर, कोस्टगार्ड्स ने बताया कि लापता सभी लॉरी चालकों (Lorry drivers) में सात बुल्गारिया (Bulgaria) से, तीन ग्रीस (Greece) से, एक तुर्की (Turkey) से और एक लिथुआनिया (Lithuania) से है।
आग क्यों लगी जांच शुरू?
हालांकि, आग लगने का कारण अज्ञात बना हुआ है। जहाजरानी मंत्री जियानिस प्लाकिओटाकिस (Giannis Plakiotakis) ने कहा कि समुद्री दुर्घटना और घटना जांच सेवा की एक टीम जांच शुरू कर दी है। टीम जांच करने के लिए क्षेत्र में है।
आग का गोला बनता जा रहा है जहाज
ग्रीक राज्य एजेंसी एएनए ने बताया कि जहाज पर गर्मी 500 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गई थी। फिर से आग लगने के बाद आसमान में काले धुएं का एक घना बादल छाया है। एएनए ने कहा कि जलते जहाज पर सवार बचावकर्मियों ने भीषण गर्मी, घने धुएं और अंधेरे के कारण शुक्रवार शाम काम रोक दिया। पिछली रात आग लगने के बाद शुक्रवार को 280 यात्रियों को कोर्फू पहुंचाया गया। ओलंपिया ग्रीस से इटली जा रहा था।
आग बुझाने के बाद होंगे अन्य सुरक्षात्मक उपाय
फेरी के कप्तान और दो इंजीनियरों को शनिवार को अभियोजक के सामने लाया गया था। Shipping Minister Giannis Plakiotakis ने स्काई टेलीविजन को बताया कि, आग बुझाने के बाद, किसी भी ईंधन को बाहर निकालने और समुद्री प्रदूषण को रोकने के लिए नौका को सुरक्षा के लिए ले जाया जाएगा।
बेहद खराब स्थिति थी जहाज में...
बचाए गए ट्रक ड्राइवरों ने ग्रीस के पब्लिक ब्रॉडकास्टर को बताया कि कुछ ड्राइवरों ने अपने वाहनों में सोना पसंद किया था क्योंकि केबिन में भीड़भाड़ थी। कैथिमेरिनी अखबार के अनुसार, ग्रीक ट्रक यूनियन ने जून 2017 से ओलंपिया की स्थितियों के साथ-साथ इतालवी नौका और कंटेनर ऑपरेटर, ग्रिमाल्डी से संबंधित एक अन्य नौका के बारे में चेतावनी दी थी।
लापता ग्रीक ट्रक वाले के बेटे इलियास गेरोन्टिडाकिस ने प्रोटो थेमा ऑनलाइन अखबार ओलंपिया को हर दृष्टिकोण से बेहद खराब बताया। युवा ट्रक ड्राइवर ने बताय कि इसमें बेडबग्स थे, यह गंदा था, इसमें कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी।
केबिन भी कम थे...
ड्राइवर्स ने कहा कि फेरी में 150 लॉरी थीं। आम तौर पर इसमें 70 से 75 केबिन होने चाहिए, लेकिन इसमें केवल 50 हैं। वे हमें एक केबिन में चार लोगों को सोने के लिए मजबूर करते हैं। एक अन्य लापता ड्राइवर के चचेरे भाई वासिलिस वर्गीस ने कहा कि उन्हें लगा कि उनका रिश्तेदार भी केबिन से डरता है। वह शायद ट्रक में रुके थे क्योंकि वह कोरोनावायरस से डरते थे।
16 फरवरी को सेफ्टी जांच पूरा होने का दावा
नौका के संचालक ने दावा किया है कि 27 साल पुराने पोत की अंतिम बार 16 फरवरी को सुरक्षा जांच पूरी हुई थी।
क्या है कंपनी का दावा?
कंपनी ने कहा है कि नौका आधिकारिक तौर पर 239 यात्रियों और 51 चालक दल के साथ-साथ 153 ट्रक और ट्रेलरों और 32 यात्री वाहनों को ले जा रही थी।
बल्गेरियाई विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसके 127 नागरिक यात्री सूची में थे, जिनमें 37 ट्रक चालक शामिल थे। इसके अलावा अन्य 24 तुर्की से थे जबकि 21 यूनानी सवार थे।
हमारे कुछ दोस्त अभी भी लापता, पता नहीं कहां होंगे...
बचाए गए लोगों में नौ लोग सांस लेने में तकलीफ के साथ अस्पताल में भर्ती हैं। एक बचाए गए यात्री, फहरी ओजेन ने बचाव दल के आने के लिए चार घंटे तक इंतजार किया, क्योंकि आग की लपटें उसके चारों ओर थीं। यात्री ने बताया कि करीब ढाई सौ लोग चिल्ला रहे थे, कई तो समुद्र में कूद गए। हमारे कुछ दोस्त अभी भी लापता हैं, हम नहीं जानते कि वे कहाँ हैं।
मैंने अपना सबकुछ खो दिया...
तुर्की के ट्रक चालक अली दुरान ने कहा कि उन्होंने आग में सब कुछ खो दिया है। हमने अपना पैसा खो दिया, हमने अपने पासपोर्ट खो दिए, हमने अपने सभी प्रशासनिक दस्तावेज खो दिए। उसने कहा कि मेरे पास पहनने के लिए जूता भी नहीं है।
2014 में भी लगी थी भीषण आग
एड्रियाटिक में आखिरी शिपबोर्ड आग दिसंबर 2014 में इतालवी नौका नॉर्मन अटलांटिक पर लगी थी। उस आग में तेरह लोगों की मौत हो गई थी।