सार
कश्मीर समस्या पर अमेरिका की मध्यस्थता की पेशकश को लेकर भारत अपने रुख पर कायम है। भारत ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष को शामिल नहीं किया जाएगा।
वॉशिंगटन. कश्मीर समस्या पर अमेरिका की मध्यस्थता की पेशकश को लेकर भारत अपने रुख पर कायम है। भारत ने साफ कर दिया है कि इस मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष को शामिल नहीं किया जाएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को बताया कि उन्होंने अमेरिकी समकक्ष माइक पोम्पियो से मुलाकात के दौरान कहा कि कश्मीर पर कोई भी चर्चा सिर्फ पाकिस्तान के साथ होगी और वह भी द्विपक्षीय तरीके से। माइक पोम्पियो और जयशंकर की शुक्रवार को बैंकॉक में आसियान समिट के दौरान मुलाकात हुई।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फिर मध्यस्थता की पेशकश की। उन्होंने कहा कि यदि भारत चाहे तो वे मध्यस्थता के लिए तैयार हैं। यह पूरी तरह से दोनों देशों पर निर्भर करेगा, वे कश्मीर मामले का हल निकालने के लिए किसी की मदद लेना चाहते हैं या नहीं। ट्रम्प ने पिछले हफ्ते हुई पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात का हवाला देते हुए कहा- पाकिस्तान ने मध्यस्थता के उनके प्रस्ताव का स्वागत किया है, वहीं भारत ने इसे सिरे से नकार दिया।
भारत के प्रस्ताव ठुकराने के सवाल पर क्या बोले ट्रम्प
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से जब पूछा गया कि भारत ने अमेरिका की तरफ से कश्मीर मध्यस्थता के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। इस पर उन्होंने कहा-कश्मीर में मध्यस्थता स्वीकार करनी है या नहीं, यह पूरी तरह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फैसला है। ट्रम्प ने साथ ही कहा- 'पीएम मोदी और इमरान खान शानदार व्यक्ति है। मैं चाहूंगा दोनों एक साथ बेहतरी के लिए काम करें। अगर दोनों देश किसी भी तरह की मध्यस्थता चाहते हैं, तो मैं तैयार हूं।'
इमरान खान से संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रम्प ने दिया था बयान
पिछले हफ्ते इमरान खान और ट्रम्प ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बयान दिया था। जो भारत के लिए काफी चौकाने वाला था। ट्रम्प ने दावा किया था कि कश्मीर मुद्दे पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता के लिए कहा है। जापान में हुई भारत और अमेरिका द्विपक्षीय बातचीत के दौरान मोदी ट्रम्प से मिले थे। हालांकि इसके तुरंत बाद भारत ने ये कहते हुए बयान नकार दिया था कि मोदी और ट्रम्प के बीच कश्मीर के मुद्दे पर कभी कोई बात नहीं हुई है। विदेश मंत्री ने जयशंकर प्रसाद ने कहा था- पीएम मोदी ने कभी भी ट्रम्प से कश्मीर मुद्दे पर बात नहीं की।