सार
ब्रिटिश मीडिया ने दावा किया है कि भारत कोहिनूर हीरे और ब्रिटिश म्यूजियम में रखी अन्य मूर्तियों को वापस लाने की योजना बना रहा है। हालांकि, भारत ने इस तरह की रिपोर्टों का खंडन किया है।
नई दिल्ली: भारत का बेशकीमती कोहिनूर हीरा ब्रिटेन के पास है। इस हीरे को लाने के लिए अक्सर चर्चा भी होती रही है। इस बीच रविवार को ब्रिटिश मीडिया की एक रिपोर्ट के बाद यह मुद्दा एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है। दरअसल, ब्रिटिश मीडिया में चर्चा है कि भारत कोहिनूर हीरे और ब्रिटिश म्यूजियम में रखी अन्य मूर्तियों को वापस लाने की योजना बना रहा है। हालांकि, सरकार ने इन रिपोर्टों को खारिज कर दिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार के सूत्रों ने ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट को खारिज कर दी है। सूत्रों ने इस बात से इनकार किया है कि भारत कोहिनूर हीरा और ब्रिटेन के संग्रहालयों में रखी गईं मूर्तियों को वापस लाने की योजना बना रहा है।
सूत्रों ने बताया कि हालांकि, मौजूदा अंतरराष्ट्रीय अरेंजमेंट के हिसाब से द्विपक्षीय सहयोग और साझेदारी के जरिए प्राचीन काल की चीजों को फिर से हासिल करने के प्रोसेस पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पहले भी होती रही है और इसके लिए कई देशों के साथ बातचीत भी हुई है।
महारानी विक्टोरिया को भेंट किया गया था कोहिनूर
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते किंग चार्ल्स III के राज्याभिषेक के समय एक बार फिर से कोहिनूर की चर्चा शुरू हुई। हालांकि, रानी कैमिला के मुकुट में कोहिनूर हीरा नहीं लगाया गया था । बता दें कि कोहिनूर 105 कैरेट का हीरा है। यह महाराणा रणजीत सिंह के खजाने में पड़ा हुआ था, लेकिन पंजाब के विलय के बाद इसे महारानी विक्टोरिया को भेंट में दे दिया गया था। तब से यह हीरा ब्रिटेन में ही है।
हीरा वापस ले जाना भारत की प्राथमिकता
द डेली टेलीग्राफ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि कोहिनूर हीरे को वापस लाने का मुद्दा भारत सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत कोहिनूर को वापस लाने का मुद्दा राजनयिक और कूटनीतिक स्तर पर उठाया जा सकता है.