सार

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से कहा है कि वे रूस द्वारा सीमा पर किए गए सैन्य जमावरे को लेकर दहशत पैदा नहीं करें। रूस द्वारा किसी भी समय आक्रमण की चेतावनी यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को खतरे में डाल रही है।

कीव। रूस ने एक लाख से अधिक सैनिकों को भारी हथियारों के साथ यूक्रेन की सीमा पर तैनात किया है। अमेरिका और उसके सहयोगी देश कह रहे हैं कि रूस कभी भी यूक्रेन (Ukraine crisis) पर हमला कर सकता है। दूसरी ओर यूक्रेन भी रूसी सैन्य कार्रवाई से निपटने की तैयारी कर रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने पश्चिमी देशों से कहा है कि वे रूस द्वारा सीमा पर किए गए सैन्य जमावरे को लेकर दहशत पैदा नहीं करें। 

उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि रूस द्वारा किसी भी समय आक्रमण की चेतावनी यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को खतरे में डाल रही है। दरअसल, गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि उन्हें विश्वास है कि रूस अगले महीने अपने पड़ोसी यूक्रेन पर हमला कर सकता है। हालांकि, रूस इस बात से इनकार करता है कि वह आक्रमण करने की योजना बना रहा है। शुक्रवार को उसके विदेश मंत्री ने कहा कि मास्को युद्ध नहीं चाहता है।

जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें पिछले वसंत में सैनिकों की इसी तरह की तैनाती के मुकाबले अब बड़ा खतरा नहीं दिख रहा है। जेलेंस्की ने कहा कि पश्चिमी देशों के सम्मानित नेता बस कहते हैं कि कल युद्ध होगा। यह दहशत है। इससे हमारे देश को बहुत नुकसान होता है। देश के अंदर की स्थिति में अस्थिरता यूक्रेन के लिए सबसे बड़ा खतरा है।

टाइटैनिक नहीं है यूक्रेन 
जेलेंस्की ने कहा कि सीमा पर रूस ने एक लाख सैनिकों को तैनात किया है। रूस ने ऐसा डराने के लिए किया है। रूस कीव के पसीने देखकर "सैडो-मासोचिस्टिक" का आनंद प्राप्त कर रहा है। उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए कि यूक्रेन युद्ध की तैयारी कर रहा है। जेलेंस्की ने लोगों को याद दिलाया कि उनका देश वर्षों से रूसी आक्रमण के खतरे के साथ जी रहा है। कुछ दूतावासों द्वारा कर्मचारियों को निकालने के मामले में जेलेंस्की ने कहा कि राजनयिक कप्तानों की तरह होते हैं। उन्हें डूबते जहाज को छोड़ने वाला आखिरी होना चाहिए। यूक्रेन टाइटैनिक नहीं है।

 

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