सार

Indian Student died in kharkiv : यूक्रेन के शहरों पर कब्जे के लिए रूस तेजी से हवाई हमले कर रहा है। मंगलवार को खारकीव में उसने हवाई हमला कर खारकीव का मुख्यालय उड़ा दिया। इस दौरान हुए  हवाई हमले में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। 

Indian Student died in kharkiv : यूक्रेन के शहरों पर कब्जे के लिए रूस तेजी से हवाई हमले कर रहा है। मंगलवार को खारकीव में उसने हवाई हमला कर खारकीव का मुख्यालय उड़ा दिया। इस दौरान हुए  हवाई हमले में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है। नवीन शेखरप्पा (22) कर्नाटक का मूल निवासी था। यूक्रेन में वह आर्किटेक्टोरा बेकातोवा में रह रहा था। वह खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। यूक्रेन में उसका स्थानीय नंबर +635806147 और वॉट्सऐप नंबर +919611176281 था।  विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हमले में उसकी मौत की पुष्टि की है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि बड़े दुख के साथ हम पुष्टि करते हैं कि आज सुबह खारकीव में गोलाबारी में एक भारतीय छात्र की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय उनके परिवार के संपर्क में है। हम परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। 

मोदी ने नवीन के पिता से की बात
नवीन की मौत की जानकारी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके पिता से फोन पर बात की। उन्होंने दुख की इस घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया। इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने  कहा कि विदेश सचिव रूस और यूक्रेन के राजदूतों से भारतीय नागरिकों के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग की मांग कर रहे हैं। खारकीव और संघर्ष वाले अन्य इलाकों में मौजूद अपने छात्रों और भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने की व्यवस्था करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि इसी तरह की कार्रवाई रूस और यूक्रेन में हमारे राजदूतों द्वारा भी की जा रही है। 

किराने का सामान लेने गया था, इसी दौरान हुआ शिकार



घटना की जानकारी मिलने के बाद नवीन के चचेरे भाई शिवकुमार ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से बात की। विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें बताया कि नवीन किराने का कुछ सामान लेने गया था, इसी दौरान मिसाइल अटैक की चपेट में आ गया। परिजनों ने पूछा कि क्या उसका शव मिल सकता है, इस पर विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया कि यह वॉर जोन का मामला है। हमने शव को कब्जे में ले लिया है और अपनी तरफ से सभी संभव प्रयास कर रहे हैं। जैसे ही संभव होता है, हम इसे भारत लाएंगे। परिजनों ने पूछा कि क्या यह जानकारी 100 फीसदी सही है कि मृतक नवीन ही है। इस पर बताया गया कि स्टूडेंट कॉन्ट्रैक्टर ने और नवीन के दोस्तों ने भी इसकी पुष्टि की है।  

भारतीय छात्रों को तुरंत कीव छोड़ने के आदेश 
लगातार हो रहे हमलों के बीच आज ही यूक्रेन के भारतीय दूतावास ने भारतीय छात्रों को तुरंत कीव छोड़ने की सलाह दी थी। इस बीच खारकीव में भी जबरदस्त गोलीबारी शुरू हो गई। रूस ने खारकीव के मुख्यालय में मिसाइलों से हमला किया। इस हमले में तमाम इमारतें तहस-नहस हो गई हैं। खारकीव शहर पर रूस ने रविवार को कब्जा कर लिया था। कीव पर नियंत्रण के लिए रूस ने सबसे बड़ी सैन्य टीम भेजी है। इनका काफिला करीब 64 किमी लंबा है। इधर, हमलों के बीच यूट्यूब - YouTube ने यूरोप में रूसी चैनल RT, स्पुतनिक को ब्लॉक कर दिया है। न्यूज एजेंसी एएफपी ने यह जानकारी दी है। 


कांग्रेस ने पूछा- हजारों बच्चों को लाने की जिम्मेदारी किसकी
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने विपक्ष ने यूक्रेन में भारतीय छात्र की मौत के मामले में मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- मोदी जी, आपकी सरकार की संवेदन शून्यता के कारण कर्नाटक के जिस परिवार ने अपने बच्चे को खो दिया, उन्हें क्या कहेंगे ? #UkraineRussiaWar के बीच 20000 हजार भारतीयों जिंदगी हर पल खतरे में हैऔर आप ये सब करने में जुटे हैं ? हजारों बच्चों को सुरक्षित लाने की जिम्मेदारी किसकी है?

छात्रों को वापस लाने के तेज प्रयास कर रही मोदी सरकार 
पिछले छह दिनों से रूस के यूक्रेन (Russia attack on ukraine) पर हमलों के बीच भारत अपने फंसे हुए छात्रों (Indian students in Ukraine) को वापस लाने के लिए तेजी से काम कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी (Pm modi) ने मंगलवार को यूक्रेन संकट को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उन्होंने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा की जानकारी दी। सोमवार को, विदेश मंत्रालय ने बताया था कि भारत ने शुरुआती एडवाइजरी जारी करने के बाद से अब तक 8,000 से अधिक नागरिकों को निकाला है। 

एयरफोर्स के विमान जा सकते हैं छात्रों को लेने
यूक्रेन में भारत के करीब 16 हजार लोग फंसे थे। इन्हें वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के जरिये सरकार विशेष उड़ानों के जरिये यूक्रेन के सीमावर्ती देशों हंगरी, पोलैंड और रोमानिया से छात्रों को एयर लिफ्ट कर रही है। लेकिन हर दिन 250 लोग ही आ पा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार ने छात्रों को वापस लाने के लिए एयरफोर्स को भी ऑपरेशन में जुड़ने के लिए कहा है। बताया जा रहा है कि आज ही एयरफोर्स के विमान ऑपरेशन में शामिल हो सकते हैं।