सार
Ukraine latest update : रूस के हमले से यूक्रेन की हालत बिगड़ती जा रही है। रिटेल स्टोर्स में सामान खत्म होने लगा है। लोगों को जरूरी सामान के लिए काफी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। लगातार गिरते बमों के बीच जान बचाना बड़ी चुनौती है। यूक्रेन से रविवार तड़के छात्रों ने बताया कि किस तरह वहां के हालात बिगड़ चुके हैं।
नई दिल्ली। यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच मोदी सरकार वहां से लगातार भारतीय छात्रों को निकाल रही है। रविवार तड़के भी 250 छात्रों को लेकर एक फ्लाइट दिल्ली पहुंची। इन लोगों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लाया गया है। इस फ्लाइट में आए छात्रों ने बताया कि युद्ध के बीच हालात कितने बिगड़ चुके हैं। लोग बंकरों में छिपे हैं।
चारों तरफ मारामारी, बंकरों में रह रहे छात्र
नई दिल्ली पहुंची एक छात्रा ने बताया कि कीव की हालत बहुत खराब है। लगातार बम गिर रहे हैं। स्थानीय लोग हथियार लेकर सड़कों पर उतर चुके हैं। स्टोर्स में जरूरी चीजों के सामान बढ़ चुके हैं। समान खत्म हो रहा है। चारों तरफ मारामारी मची है। हमले के कारण बहुत सारे छात्र बंकरों में रह रहे हैं। स्थिति लगातार कठिन होती जा रही है। भारत सरकार का शुक्रिया कि उन्होंने हमें इस खतरनाक स्थिति से बाहर निकाला।
कर्नाटक हेल्प डेस्क ने 13 बच्चों को कर्नाटक भवन पहुंचाया
रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच राज्य सरकारों ने अपने राज्य के लोगों की मदद के लिए हेल्प डेस्क और नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पर कर्नाटक हेल्प डेस्क में अधिकारी रवि कुमार कहते ने बताया कि हम अपने लोगों को कर्नाटक भवन छोड़ रहे हैं। अब तक 13 छात्रों को वहां भेजा जा चुका है।
यूक्रेन में दिल खोलकर मदद को आगे आए भारतीय सिख, चलती ट्रेन में बांटा 'गुरु का लंगर'
रूस के हमले के बीच लोग पूर्वी यू्क्रेन से पश्चिम की ओर (पोलैंड सीमा) भाग रहे हैं। रिटेल स्टोर्स में खाने-पीने का सामान काफी महंगा हो चुका है। ज्यादातर चीजें आउट ऑफ स्टॉक हैं। मंहगे होते सामान जरूरत के वक्त नहीं मिल रहे हैं, ऐसे में ऐसे में भारतीय सिख अपने लोगाें के साथ ही यूक्रेन के लोगों की मदद के लिए भी आगे आए हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो सामने आ रहे हैं। एक वीडियो में यहां हरदीप सिंह नाम के एक शख्स चलती ट्रेन में लंगर चला रहे हैं। वे लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक खाने-पीने की चीजें मुहैया करा रहे हैं। रविंदर सिंह नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने इसका एक वीडियो शेयर किया है। उन्होंने लिखा- इन लोगों को इस ट्रेन पर चढ़ने का सौभाग्य मिला जो यूक्रेन के पूर्व से पश्चिम की ओर (पोलिश सीमा तक) यात्रा कर रही है। इनमें से हरदीप ट्रेन में ही गुरु दा लंगर चलाने लगे। सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी सराहा जा रहा है। लोगों का कहना है कि यह ईश्वरीय कार्य है। लोगों ने इसे अद्भुत कार्य बताया।
सेटेलाइट इमेज में दिखा रूसी सेना का जमावड़ा
युद्ध के बीच एक निजी अमेरिकी कंपनी ने शनिवार को ली गई सेटेलाइट इमेज जारी की। इसमें दिख रहा है कि नीपर नदी पर यूक्रेन के नोवा काखोवका हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट के पास और रूसी सेना का जमावड़ा दिख रहा है। इन तस्वीरों से साफ है कि रूस किसी भी सूरत में पीछे हटने वाला नहीं है। उसका मकसद कुछ बड़ा है।
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