सार
नाटो देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उजबेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संग मीटिंग में शांति के सुझाव की सराहना कर रहे हैं। उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन की 22वीं मीटिंग में शिरकत करने पहुंचे पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है।
Russia Ukraine permanent peace: यूक्रेन-रूस के बीच शांति प्रस्ताव के लिए मेक्सिको ने संयुक्त राष्ट्र को एक समिति गठित करने का सुझाव दिया है। यूक्रेन-रूस के बीच स्थायी शांति की मध्यस्थता के लिए यूएन की कमेटी में भारत के पीएम नरेंद्र मोदी, पोप फ्रांसिस व संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस को शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की न्यूयार्क में हुई यूक्रेन को लेकर डिबेट में मेक्सिको के विदेश मंत्री मार्सेलो लुईस एब्रार्ड कैसाबोन ने यह सुझाव दिया।
शंघाई सहयोग संगठन की मीटिंग में पीएम के स्टैंड की सराहना
दरअसल, नाटो देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उजबेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के संग मीटिंग में शांति के सुझाव की सराहना कर रहे हैं। उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन की 22वीं मीटिंग में शिरकत करने पहुंचे पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। पीएम मोदी की इस टिप्पणी की पश्चिमी देशों ने सराहना की है। संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम सहित पश्चिमी दुनिया ने इस स्टैंड का स्वागत किया है।
यूएनएससी में मेक्सिको ने कहा-शांति का प्रयास होना चाहिए
यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में मेक्सिको के विदेश मंत्री कैसाबोन ने यूक्रेन पर चर्चा के दौरान कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब शांति प्राप्त करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैं यूक्रेन में वार्ता और शांति के लिए एक समिति के गठन का प्रस्ताव मेक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर के माध्यम से देता हूं। यह यूएन सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस के शांति के लिए मध्यस्थता प्रयासों को तेज कर सकेगा। उन्होंने कहा कि हमारे देश के राष्ट्रपति ने सुझाव दिया है कि अगर संभव हो तो संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल के अलावा पीएम मोदी व पोप फ्रांसिस के अलावा अन्य राष्ट्राध्यक्षों की एक कमेटी बने जो दोनों देशों के बीच शांति के लिए मध्यस्थता करें। उन्होंने कहा कि यह कमेटी यूक्रेन व रूस के बीच युद्ध को रोकने और स्थायी शांति के लिए मध्यस्थता कर संवाद का नया तंत्र विकसित करेगी। इससे दोनों देशों में तनाव कम होगा।