सार

underwater massive volcanic eruption : समुद्र के अंदर ज्वालामुखी में विस्फोट होने से जापान के साथ ही पश्चिमी अमेरिका में सुनामी का खतरा पैदा हो गया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ज्वालामुखी विस्पोट की वजह से प्रशांत महासागर में तटीय क्षेत्रों में 4 फीट से ऊंची लहरें उठकर तटों से टकरा रही हैं। इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की दी गई है। 

नुकु आलोफा (टोंगा)। न्यूजीलैंड के पास स्थित द्वीपीय देश टोंगा (Tonga) के करीब समंदर में भयानक ज्वालामुखी विस्फोट (Undersea volcano eruption) हो गया। इससे इस द्वीपीय देश की व्यवस्था लड़खड़ा गई है। संचार लाइनें ठप हैं। बिजली और अन्य जरूरी सेवाएं भी बंद हो गई हैं। टोंगा की राजधानी नुकु आलोफा में तटों पर 4 फीट ऊंची लहरें सबकुछ बहाकर ले गईं। घरों में बाढ़ का पानी भरा है। ज्वालामुखी विस्फोट के कारण पत्थर उड़कर घरों की छतों पर गिर, जिससे उन्हें नुकसान हुआ। स्थानीय लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर ऊंची जगह पर भागकर चले गए हैं। न्यूजीलैंड की न्यूज वेबसाइट Stuff.co.nz के मुताबिक एक निवासी ने बताया कि विस्फोट तब हुआ जब उसका परिवार रात के खाने की तैयारी कर रहा था। उसके छोटे भाई ने सोचा कि पास में बम फट रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतनी तेज आवाजें सुन मैं टेबल के नीचे छिप गया। मैंने अपनी छोटी बहन को पकड़ लिया और माता-पिता को भी बचने के लिए कहा। 

 अमेरिका से जापान तक सुनामी का खतरा
समुद्र के अंदर ज्वालामुखी में विस्फोट होने से जापान के साथ ही पश्चिमी अमेरिका में सुनामी का खतरा पैदा हो गया है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक ज्वालामुखी विस्पोट की वजह से प्रशांत महासागर में तटीय क्षेत्रों में 4 फीट से ऊंची लहरें उठकर तटों से टकरा रही हैं। इसके बाद सुनामी की चेतावनी जारी की दी गई है। वैज्ञानिकों ने बताया कि टोंगा के पास समंदर में पानी के नीचे ज्वालामुखी में जो विस्फोट हुआ वह बेहतर ताकतवर था। इसकी तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में महसूस किया गया। भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक इस ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से एक सुनामी की शुरुआत हुई है, जिसकी वजह से जापान से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका के प्रशांत तटीय इलाकों में पानी भर गया है। 

 

5.8 तीव्रता वाले भूकंप के बराबर भयंकर विस्फोट
ज्वालामुखी विस्फोट की सैटेलाइट इमेज भी समने आई हैं। इसमें दिख रहा है कि अलास्का से 10,000 किमी की दूरी पर समंदर में हंगा टोंगा-हंगा हापाई ज्वालामुखी का विस्फोट बहुत तेज आवाज के साथ हो रहा है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक ज्वालामुखी विस्फोट की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.8 तीव्रता की भूकंप के बराबर थी, जो कि शून्य गहराई पर दर्ज की गई। इस ज्वालामुखी विस्फोट से टोंगा में कितना नुकसान हुआ है, इसकी जानकारी नहीं लग सकी है।  

अगला विस्फोट ज्यादा प्रभावशाली होगा
ओटागो यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ जियोलॉजी के एक वरिष्ठ व्याख्याता और न्यूजीलैंड के वैज्ञानिक मार्को ब्रेनना ने इस ज्वालामुखी विस्फोट के प्रभाव को अपेक्षाकृत हल्का बताया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि एक और विस्फोट हो सकता है। दूसरे विस्फोट का प्रभाव बहुत ज्यादा खतरनाक होगा। 

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