सार
अमेरिका में भारतीय मूल की प्रमिला जयपाल लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए चुनी गईं। प्रमिला जयपाल (55) का जन्म चेन्नई में हुआ। वे इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार थीं। उन्होंने वाशिंगटन राज्य के सातवें कांग्रेस निर्वाचन क्षेत्र से रिपब्लिक पार्टी के क्रेग केल्लर को 70% वोट से मात दी।
वॉशिंगटन. अमेरिका में भारतीय मूल की प्रमिला जयपाल लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए चुनी गईं। प्रमिला जयपाल (55) का जन्म चेन्नई में हुआ। वे इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार थीं। उन्होंने वाशिंगटन राज्य के सातवें कांग्रेस निर्वाचन क्षेत्र से रिपब्लिक पार्टी के क्रेग केल्लर को 70% वोट से मात दी।
अब तक हुई वोटों की गिनती के मुताबिक, जयपाल को 80 प्रतिशत मतों में से 3,44,541 वोट मिले। जबकि केल्लर ने 61,940 मत हासिल किए।
जम्मू कश्मीर-सीएए को लेकर भारत की आलोचना की थी
जयपाल भारत की जम्मू कश्मीर मुद्दे और नागरिकता कानून की आलोचना करने वालों में शामिल रही हैं। वे 2016 में पहली भारतीय मूल की महिला थीं, जो हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए निर्वाचित हुई थीं। डेमोक्रेटिक पार्टी के राजा कृष्णमूर्ति के बाद जयपाल दूसरी भारतीय-अमेरिकी हैं, जिन्हें मंगलवार को हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के लिए निर्वाचित घोषित किया गया।
मीरा नायर के बेटे ने जीती स्टेट असेंबली की सीट
उधर, फिल्म मेकर मीरा नायर के बेटे ने भी अमेरिकी चुनावों में इतिहास रच दिया। जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क स्टेट असेम्बली में सीट जीती है। वे ये उपलब्धि हासिल करने वाले पहले दक्षिण भारतीय बन गए हैं। जोहरान को न्यूयॉर्क के 36वें असेम्बली जिले एस्टोरिया (क्वींस का पड़ोसी) के लिए निर्विरोध चुना गया। जोहरान का जन्म युगांडा के कम्पाला में हुआ, जब वे 7 के थे, तभी से उनका परिवार न्यूयॉर्क में रह रहा है।
नीरज एंटनी।
ओहायो से सीनेटर चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी बने नीरज
उधर, नीरज एंटनी ओहायो से सीनेट चुने गए। उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार मार्क फोगल को मात दी। वे इस सीट से चुने जाने वाले पहले भारतीय अमेरिकी सीनेटर बन गए हैं। 2014 में नीरज ओहायो प्रतिनिधिसभा के लिए चुने गए थे। उनके माता पिता 1987 से अमेरिका में हैं।