अमेरिका में गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया की भारत वापसी की खबरें। कई आतंकी घटनाओं और जबरन वसूली में शामिल पासिया पर UAPA समेत कई मामले दर्ज।
Harpreet Singh: खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को जल्द भारत वापस लाया जा सकता है। वह भारत में कई आतंक घटनाओं, जबरन वसूली और हिंसा से जुड़े मामलों में वांटेड है। उसे अप्रैल में अमेरिकी एजेंसी FBI (Federal Bureau of Investigation) और ERO (Enforcement and Removal Operations) ने सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से अमेरिकी अधिकारियों की हिरासत में है।
कौन है हरप्रीत सिंह?
हरप्रीत सिंह मूल रूप से पंजाब के अमृतसर जिले के पछिया गांव का रहने वाला है। उसके परिवार के लोग किसान हैं। पिता की मौत हो चुकी है। उसके अन्य करीबी रिश्तेदारों में मां और छोटी बहन है। पासिया UAPA (Unlawful Activities (Prevention) Act, आर्म्स एक्ट और NDPS (Narcotic Drugs and Psychotropic Substances) एक्ट समेत एक दर्जन से अधिक मामलों में आरोपी है।
पासिया 14 ग्रेनेड अटैक मामलों में आरोपी है। उसके क्रिमिनल कैरियर की शुरुआत जग्गू भगवानपुरिया गैंग से हुई थी। बाद में वह पाकिस्तान स्थित हरविंदर सिंह रिंदा से जुड़ गया। वह बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) आतंकवादी समूह का हिस्सा है। बीकेआई भारत में बैन आतंकी संगठन है। वह अप्रैल 2018 में दुबई गया था। फरवरी 2019 में भारत लौटा था। इसके बाद 2020 में UK और वहां से अमेरिका चला गया। ऐसा कहा जाता है कि उसने अवैध मानव तस्करी नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए मैक्सिको सीमा के माध्यम से अमेरिका में प्रवेश किया था।
पंजाब में कई जबरन वसूली और आतंकी वारदातों को हरप्रीत सिंह ने दिया अंजाम
सितंबर से अक्टूबर 2023 तक पासिया और रिंद्रा ने पंजाब में कई जबरन वसूली और आतंकी वारदातों को अंजाम दिया। वे बटाला और अमृतसर में ठेकेदारों और व्यापारियों से जबरन वसूली करते थे। पंजाब पुलिस ने पासिया-रिंदा समूह के कई आतंकी और आपराधिक गिरोहों को ध्वस्त किया है। ये हिंदू समूहों और उनके नेताओं, पुलिस बल में शामिल और रिटायर पुलिसकर्मियों, शराब के ठेकों और व्यापारियों को निशाना बनाते थे।
वसूली के पैसे का हुआ आतंकी गतिविधियों की फंडिंग में इस्तेमाल
पासिया और रिंद्रा ने वसूली के पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों की फंडिंग में किया। 2024 के अंत और 2025 की शुरुआत के बीच बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) ने पंजाब में एक दर्जन से अधिक हमले किए। इसमें नवंबर 2024 में अजनाला पुलिस स्टेशन में IED (Improvised Explosive Device) रखना और गुरदासपुर में किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर हमला करना शामिल है।
