देशभर के शिक्षकों के साथ ऑनलाइन संवाद करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, ''15 फरवरी से मार्च मध्य तक परीक्षा होती थी। जो परिस्थितियां हैं जनवरी-फरवरी में ये परीक्षा संभव नहीं है।''
अलग-अलग स्कूलों के प्रधानाचार्यों से बातचीत के आधार पर प्रकाशित कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा है कि कोरोना के कारण इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही एक कमरे में सीमित परीक्षार्थियों को बैठने की अनुमति होगी।
सोशल मीडिया पर परीक्षाओं के बारे में जो भ्रामक सूचनाएं वायरल हो रही हैं, उस पर भरोसा न करें। बोर्ड परीक्षा और प्रैक्टिकल की तारीखें सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.nic.in पर जारी की जाएगी। इसलिए छात्र अपडेट रहें और फेक न्यूज से सचेत भी रहें।
फेक न्यूज के इस दौर में बोर्ड एग्जाम 2021 को लेकर बच्चे परेशान न हों। सोशल मीडिया पर मौजूद किसी भी जानकारी पर भरोसा न करें। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने इस साल की बोर्ड परीक्षा की तारीखें घोषित नहीं की हैं। सोशल मीडिया पर सीबीएसई बारहवीं की डेटशीट 2021 के नाम से एक नोटिस वायरल हो रहा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई परीक्षा की लेकर अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से इस संबंध में सुझाव मांगे थे कि अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा कब और कैसे आयोजित की जाए।
इन परीक्षाओं के लिए डेटशीट जल्द ही जारी की जायेगी। सीबीएसई द्वारा यह जानकारी उस समय दी गई जब कोरोना के चलते लोगों द्वारा सीबीएसई 10वीं और 12वी कक्षा की वार्षिक परीक्षा स्थगित या रद्द कर दी जाये। सीबीएसई ने 12वीं कक्षा के प्रैक्टिकल की परीक्षा तारीख घोषित कर दिया है।
वे स्टूडेंट्स जो इस साल सीबीएसई बोर्ड का क्लास 10वीं या 12वीं का फॉर्म, प्राइवेट स्टूडेंट के तौर पर भरना चाहते हैं, वे सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।
इस पूरी प्रक्रिया को खत्म करके सीबीएसई बोर्ड 2021 एग्जाम्स के लिए एलओसी जमा करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2020 तय की गयी है।
इस अफसर ने अपनी मार्कशीट शेयर कर बच्चों को मोटिवेट किया। आईएएस ऑफिसर नीतिन सागवान ने अपनी 12वीं क्लास की मार्कशीट शेयर की। इस मार्कशीट को देखकर आपको पता चल जाएगा कि जिंदगी बोर्ड के रिजल्ट से बहुत अलग है।
लड़कियों ने फिर से लड़कों से बाजी मारी है। लड़कियों का पास पर्सेंट 93.31 रहा, जबकि लड़कों का 90.14% रहा। इस तरह लड़कियां 3.17% आगे रहीं। पिछले साल की तुलना में लड़कियां का प्रदर्शन 0.9% सुधरा है, लड़कों का जस का तस है।