सार
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई परीक्षा की लेकर अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से इस संबंध में सुझाव मांगे थे कि अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा कब और कैसे आयोजित की जाए।
करियर डेस्क. CBSE Board Exams 2021: छात्र कबसे सीबीएसई बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की डेटशीट के इंतजार में हैं। हालांकि साल 2020 के आखिरी महीने में भी परीक्षाओं की तिथि स्पष्ट नहीं है। इसी बीच अखिल भारतीय अभिभावक संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को सुझाव दिया है कि सीबीएसई की परीक्षाएं 2021 मई में कराईं जाएं।
इस पर शिक्षा मंत्री क्या निर्णय लेते हैं, इसकी जानकारी तो बाद में होगी, लेकिन फिलहाल सीबीएसई परीक्षाओं की तारीखों को लेकर कयासबाजी जारी है। अधिक जानकारी के लिए छात्र सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई परीक्षा की लेकर अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से इस संबंध में सुझाव मांगे थे कि अगले वर्ष की बोर्ड परीक्षा कब और कैसे आयोजित की जाए। जिसके बाद अखिल भारतीय अभिभावक संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री को यह सुझाव दिया है।
जुलाई से शुरू हो सत्र
केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजे गए सुझाव में अभिभावक संघ ने कहा है कि कोरोना के कारण स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है, इसलिए 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं मई 2021 में कराई जाए। इससे स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी के लिए और अधिक समय मिल जाएगा।
साथ ही अन्य कक्षाओं के छात्रों को बिना किसी परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाए। अभिभावक संघ ने यह भी मांग की है कि वर्ष 2021 का शैक्षणिक सत्र जुलाई से शुरू किया जाए।
2020 मार्च से हैं स्कूल बंद
अभिभावक संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से कहा है कि कोरोना के कारण देश भर के स्कूल मार्च 2020 से ही बंद है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यमों से चल रही है, लेकिन इससे कोई विशेष फायदा नहीं मिल रहा। संसाधनों की कमी के कारण काफी स्टूडेंट्स ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए स्टूडेंट्स हितों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड परीक्षाओं की तारीखों को आगे बढ़ाना बहुत जरूरी है।
परीक्षा पैटर्न के लिए जागरूक हों छात्र
अभिभावक संघ ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से कहा है कि सीबीएसई बोर्ड के कोर्स व परीक्षा पैटर्न के बारे में हुए बदलावों के बारे में अभी अधिकतर स्टूडेंट्स को पता नहीं है, इसलिए इस संबंध में जागरूकता भी जरूरी है।