एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स अपना रिजल्ट cbseresults.nic.in और cisce.org पर जाकर देख सकते हैं। जानकारी के अनुसार, रिजल्ट की घोषणा ऑनलाइन की जाएगी। रिजल्ट कब आएगा इसकी घोषणा अभी तक नहीं की गई है। इस महीने रिजल्ट जारी किया जा सकता है।
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क की शुरुआत 29 सितंबर, 2015 को हुई थी। तत्कालीन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने तब इसे लॉन्च किया था। इसकी मदद से देश की संस्थानों की रैंकिंग की जाती है। इस रैंकिंग के कई आधार तय किए गए हैं।
सीबीएसई 10वीं-12वीं परीक्षा में पास होने के लिए छात्रों को कम से कम 33 प्रतिशत मार्क्स प्राप्त करने होंगे।अगर किसी वजह से किसी छात्र को न्यूनतम अंक नहीं मिल पाता है तो उसे परेशान होने की जरुरत नहीं है। ऐसे छात्र कंपार्टमेंट की परीक्षा दे सकते हैं।
इस वक्त सीबीएसई 10वीं-12वीं के रिजल्ट का इंतजार हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे पहले हाईस्कूल का रिजल्ट जारी किया जाएगा। उसके तीन से चार दिन के अंदर ही 12वीं के नतीजों का ऐलान भी कर दिया जाएगा। रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
CBSE की तरफ से अभी तक बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। बाकी बोर्ड्स के रिजल्ट आ चुका हैं और कॉलेजों में एडमिशन प्रक्रिया की भी शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में सीबीएसई के छात्र परेशान हैं और रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
सीबीएसई बोर्ड इस बार 10वीं-12वीं के टॉपर्स की लिस्ट भी जारी करेगा। कहा जा रहा है कि मेरिट लिस्ट में जगह बनाने वाले स्टूडेंट्स को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान सम्मानित कर सकते हैं। हालांकि बोर्ड की तरफ से इसको लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
करीब 35 लाख छात्र-छात्राओं को सीबीएसई बोर्ड के रिजल्ट का इंतजार है। 10वीं और 12वीं टर्म-2 की परीक्षाएं 26 अप्रैल से 15 जून के बीच आयोजित की गई थीं। कक्षा 10 में कुल 21 लाख स्टूडेंट्स और कक्षा 12 की परीक्षा में करीब 14 लाख छात्र शामिल हुए।
CBSE 10वीं-12वीं टर्म-2 की परीक्षाएं 26 अप्रैल से 15 जून के बीच आयोजित की गई थीं। पेपर को समाप्त हुए करीब एक महीने का समय हो चुका है लेकिन अब तक रिजल्ट न आने से स्टूडेंट्स परेशान हैं। रिजल्ट की डेट को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि भी नहीं हुई है।
कई बार रिजल्ट आने के बाद स्टूडेंट्स की मार्कशीट में गलतियां मिलती हैं। ऐसे में छात्र परेशान हो जाते हैं। लेकिन बोर्ड इसे सुधारने का मौका देता है। इसके लिए छात्र-छात्राओं के बस कुछ स्टेप्स को फॉलो करना पड़ता है। ऐसा कर वे मार्कशीट में सुधार करवा सकते हैं।
सीबीएसई की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक 10वीं-12वीं के रिजल्ट दोनों टर्म के ओवरऑल परफॉर्मेंस के हिसाब से बनेगा। दोनों टर्म के रिजल्ट को जोड़कर एक एवरेज मार्किंग की जाएगी और उसी के हिसाब से स्कोरकार्ड तैयार किया जाएगा।