भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बताया कि भारत में रविवार को कोरोना वायरस के लिए 13,13,444 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 70,37,62,282 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं देश में डेली पॉजिटिविटी रेट 119.65 फीसदी है।
देश में 2 लाख 53 हजार 929 नए कोरोना संक्रमित मिले। इस दौरान 1 लाख 47 हजार 228 लोग ठीक हुए हैं, जबकि 369 लोगों की मौत हुई। यह तीसरी लहर के दौरान एक दिन में ठीक हुए लोगों की सबसे बड़ी संख्या है।
देश में कोविड 19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस बीच तमाम राज्यों में प्रतिबंध लगाए गए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड, आईसीयू और वेंटिलेटर के साथ ही ऑक्सीजन कंसंट्रेटर तक की व्यवस्था की जा रही है। देश में 156 करोड़ वैक्सीन के डोज भी लग चुके हैं, फिर भी तीसरी लहर में रोजाना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.7 लाख प्रतिदिन तक पहुंच चुकी है। जानें देश में कोरोना के आज कहां कितने मामले आए।
वर्ल्ड बैंक के ग्लोबल एजुकेशन डायरेक्टर (World Bank's Global Education Director) ने कहा कि सार्वजनिक नीति के नजरिए से बच्चों के टीकाकरण तक इंतजार करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है।
Covid 19 news : कर्नाटक में कोरोना वायरस के नए मरीज तेजी से बढ़ने लगे हैं। शनिवार को यहां 32 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए। इसके बाद राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की है। इसके मुताबिक केवल गंभीर बीमारी वाले मरीज ही अगले दो सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती किए जाएंगे।
Covid 19 in South Africa : डब्ल्यूएचओ के डेटा के मुताबिक अफ्रीका में 6 हफ्तों तक कोरोना के ओमीक्रोन वैरिएंट के मामले बढ़े। लेकिन अब चौथी लहर कम होनी शुरू हो गई है। साउथ अफ्रीका में नए मामले 34 फीसदी तक कम हुए हैं। यहां एक हफ्ते में 35,061 नए मामले सामने आए, जबकि इससे पहले एक हफ्ते में 53,493 मामले सामने आए थे।
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शुक्रवार को इजरायल स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि इजराइल ने 5 लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की चौथी खुराक दे दी है।
वारसॉ में स्वास्थ्य मंत्रालय को उम्मीद है कि इस खोज से उन लोगों की पहचान करने में मदद मिलेगी जो इस बीमारी से सबसे अधिक जोखिम में हैं। जून के अंत में संभावित कोविड -19 संक्रमणों के लिए रोगियों की जांच करते समय यह आनुवंशिक परीक्षणों को शामिल करने की भी योजना बना रहा है।
भारत में कोरोना संक्रमण (corona virus) की तीसरी लहर का असर अगर खतरनाक साबित नहीं हो पाया है, तो उसकी एक वजह यहां की अधिक आबादी का वैक्सीनेशन है। WHO भी वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में खबर आईं कि महाराष्ट्र में वैक्सीन की कमी के कारण अभियान में बाधा आ रही है। केंद्र सरकार ने इसे गलत बताया है।