सीटों पर समझौते में देरी की वजह से महागठबंधन में शामिल हर पार्टी अपने प्लान B पर काम करने लगी है। इसके तहत महागठबंधन के सहयोगी दल तीन तरह की चुनावी योजनाओं में आगे बढ़ रहे हैं।
महागठबंधन के सहयोगी दल एक-एक कर साथ छोड़ रहे हैं। पहले हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा, उसके बाद आरएलएसपी और अब सीपीआई एमएल ने एनडीए के खिलाफ बने मोर्चे से खुद को अलग कर लिया है।