सार

महागठबंधन के सहयोगी दल एक-एक कर साथ छोड़ रहे हैं। पहले हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा, उसके बाद आरएलएसपी और अब सीपीआई एमएल ने एनडीए के खिलाफ बने मोर्चे से खुद को अलग कर लिया है। 

पटना। विधानसभा चुनाव (Bihar Polls 2020) के लिए मैदान में उतरने से पहले ही महागठबंधन (Mahagathbandhan) ताश के पत्तों की तरह बिखरता नजर आ रहा है। महागठबंधन के सहयोगी दल एक-एक कर साथ छोड़ रहे हैं। पहले हिन्दुस्तानी अवामी मोर्चा (HAM), उसके बाद आरएलएसपी (RLSP)और अब सीपीआई एमएल (CPI ML) ने एनडीए (NDA) के खिलाफ बने मोर्चे से खुद को अलग कर लिया है। 

सीपीआई एमएल ने 30 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। उन सीटों पर उम्मीदवार उतारे गए हैं जहां पार्टी का जनाधार है। हालांकि पार्टी ने इस बात पर दुख भी जताया है कि एनडीए के खिलाफ विपक्ष की एकजुटता सीटों के समझौते की वजह से नहीं हो पाई। पार्टी ने भविष्य में साथ आने की उम्मीद जताई है। बताते चलें कि सीपीआई एमएल ने 20 सीटों पर दावेदारी जताई थी, लेकिन आरजेडी ने उसे खारिज कर दिया था। महागठबंधन में दो और वामपंथी दल हैं। अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि अब महागठबंधन में बने रहने को लेकर दोनों दलों का क्या रवैया होगा। 

नहीं हो पाई लालू-तेजस्वी की मुलाक़ात 
सीटों के समझौते को लेकर हुज्जत का सामना कर रहे महागठबंधन के लिए ये तगड़ा झटका माना जा रहा है। इससे पहले आज रांची में जेल की सजा काट रहे लालू यादव (RJD Chief Lalu Yadav) से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) के मिलने की चर्चाएं थीं। कहा गया कि पिता-पुत्र की इस मीटिंग में महागठबंधन की सीटों की शेयरिंग पर अंतिम मुहर लगेगी। आरजेडी (RJD) के प्रत्याशियों का नाम भी फाइनल किया जाएगा। लेकिन बाद में खबर आई कि मीटिंग टाल दी गई है।  

कांग्रेस भी अड़ी, मांग रही 80 सीटें 
आरजेडी की पुरानी सहयोगी कांग्रेस (Congress) भी सीटों के बंटवारे को लेकर जिद पर अड़ी है। पार्टी पिछली बार जेडीयू (JDU) की लड़ी गई सीटों पर दावेदारी जता रही है। चर्चा के मुताबिक कांग्रेस 80 से ज्यादा सीटों की मांग कर रही है। हालांकि आरजेडी कांग्रेस को 67 सीट देने को तैयार है। आरजेडी ने यह शर्त भी रखी है कि इन सीटों के साथ तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा मान लिया जाए। मगर कांग्रेस ने फॉर्मूले को खारिज कर दिया। 

मुकेश साहनी भी दिखा रहे बगावत 
उधर, वीआईपी चीफ मुकेश साहनी (VIP Chief Mukesh Sahani) ने भी बगावती तेवर दिखाए हैं। साहनी ने चुनाव से पहले खुद को महागठबंधन में डिप्टी सीएम का चेहरा बनाने की मांग की है। वो दर्जन भर से ज्यादा सीटों की मांग पर भी अड़े हैं। दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी का भी विरोध किया है। हालांकि आरजेडी डिप्टी सीएम का फेस बनाने पर राजी नहीं है। यह भी कहा जा रहा है कि महागठबंधन में साहनी को 5 से 8 सीटें दी जा सकती हैं।