टैरो कार्ड लगभग 2 हजार साल पुरानी एक अद्भुत और प्राचीन विधा है। भविष्य जानने के लिए टैरो कार्ड का भी उपयोग किया जाता है। टैरो कार्ड विधा को मुख्य रूप से प्रश्न शास्त्र की तरह प्रयोग किया जाता है।
साल का सातवां महीना जुलाई शुरू हो चुका है। इसका पहला सप्ताह 3 से 10 जुलाई तक रहेगा। ये 7 दिन धार्मिक और ज्योतिषिय दृष्टिकोण से बहुत खास रहने वाले हैं क्योंकि इस सप्ताह में आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri 2022) का समापन होगा।
टैरो एक रहस्यमय संसार है जो इंसान के भविष्य के अनसुलझे रहस्यों को उजागर करता है, जैसे भविष्य जानने के लिए जन्म कुंडली, हस्तरेखा और न्यूमरोलॉजी का सहारा लिया जाता है। वैसे ही टैरो कार्ड्स भी है।
साल 2022 का सातवां महीना (July 2022 Monthly Horoscope) जुलाई शुरू होने वाला है। ये महीने ज्योतिषिय और धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस महीने में कई प्रमुख त्योहार मनाए जाएंगे वहीं बड़े ग्रह की चाल में परिवर्तन देखने को मिलेगा।
टैरो डेक में कुल 78 कार्ड होते हैं, जिन्हें मेजर आर्काना तथा माइनर आर्काना में विभक्त किया गया है। जानकारी के अनुसार टैरो शब्द टैरोटी से आया है इसका मतलब है कि कार्ड्स के पीछे दिखने वाली क्रॉस लाइन।
ये जून का अंतिम सप्ताह (27 जून से 3 जुलाई) है और जुलाई माह की शुरूआत में इसी सप्ताह में हो जाएगी। ये 7 दिन धार्मिक दृष्टिकोण से बहुत खास रहने वाले हैं क्योंकि इस सप्ताह में शिव चतुर्दशी व्रत, हलहारिणी अमावस्या और विनायकी चतुर्थी जैसे त्योहार मनाए जाएंगे।
आज (23 जून, बुधवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो सुबह 9.54 तक रहेगा। इसके बाद रेवती नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।
टैरो कार्ड एस्ट्रोलॉजी को इजिप्टियन साइंस भी कहा जाता हैं, जिससे वहां के लोग प्राचीन काल से इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इसमें व्यक्ति पहले सवाल पूछता हैं और फिर उसें एक कार्ड उठाना होता हैं, जिसे देखकर टैरो कार्ड रीडर भविष्यवाणी करता है।
जून 2022 का चौथा सप्ताह 20 से 26 तक रहेगा। इस दौरान कई बड़े व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे। इस सप्ताह आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की योगिनी एकादशी का व्रत 24 जून, शुक्रवार को किया जाएगा।
आज (17 जून, शुक्रवार) आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष का तृतीया तिथि सुबह 06.11 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन सूर्योदय उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 02.18 तक रहेगा। इसके बाद श्रवण नक्षत्र रात अंत तक रहेगा।