अवंतीपोरा में हुए एनकाउंटर के बारे में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान की जा रही है। साथ ही इलाके में सर्च ऑपरेशन भी जारी है।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में शुक्रवार को अहले सुबह सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुआ है। घटना अनंतनाग के अरवैनी इलाके के मुमन्हल की है।
जम्मू संभागीय आयुक्त राघव लंगर ने सोमवार आधी रात को जानकारी दी कि जम्मू-कश्मीर पावर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के कर्मियों ने हड़ताल समाप्त कर दिया है। प्रशासन के साथ कई राउंड की बैठक के बाद बिजलीकर्मियों ने यह फैसला किया।
जम्मू-कश्मीर में पहला पूर्ण परिसीमन 1981 में हुआ था। इसके पहले जम्मू और कश्मीर में 1951 में 100 सीटें थीं। इनमें 25 सीटें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में थीं।
सोमवार को बिजली कर्मचारियों और इंजीनियरों की राष्ट्रीय समन्वय समिति ने देश भर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया। साथ ही राज्य बिजली संघों को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल को ज्ञापन भेजने के लिए कहा।
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के हौसले बुलंद हैं। एक बार फिर से आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर हमला बोल दिया है। पुलिस ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर तलाशी ली जा रही है।
जम्मू-कश्मीर के सभी हिस्सों में कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे। लाइनमैन से लेकर सीनियर इंजीनियर तक पीडीडी का हर कर्मचारी हड़ताल का हिस्सा है। अधिकारियों का कहना है कि हड़ताली कर्मचारियों के साथ बातचीत हुई, लेकिन स्थिति से निपटने में वे लोग असफल रहे।
जम्मू एवं कश्मीर (Jammu Kashmir) में जब अनुच्छेद 370 (Article 370) लागू था उसके प्रावधानों के अनुसार दूसरे राज्यों के लोग वहां जमीन (Land) नहीं खरीद सकते थे। सिर्फ राज्य के लोगों को ही वहां पर जमीन और अचल संपत्ति (Property) खरीदने का अधिकार था।
बांदीपोरा जिले के गुलशन चौक (Gulshan Chowk) पर शुक्रवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी। इस चौक पर एक पुलिस पार्टी हमेशा ही तैनात रहती है। शाम को घात लगाए आतंकवादियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी।
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के कनिपोरा गांव की बुशरा निदा घाटी की सबसे कम उम्र की लेखिका हैं। 12वीं क्लास में पढ़ने वाली बुशरा ने तीन किताबें लिखी हैं।