1 मई को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस ( international labor day) मनाया जाता है। बॉलीवुड मूवी में मजदूरों पर कई फिल्में बनाई गई हैं। मजदूरों पर बेस्ड गानों को भी खूब पसंंद किया जाता रहा है।
साल 2020 में दुनिया कोरोना की चपेट में थी, तब जापान में कर्मचारियों को काम के घंटों में करीब 20 प्रतिशत की कमी की गई थी, ताकि वे अपना वक्त फैमिली को दे सके। इतना ही नहीं, हर कर्मचारी को करीब 940 डॉलर दिए गए थे, ताकि वे फैमिली के साथ मौज कर सकें।
मजदूरों और श्रमिकों को सम्मान देने के उद्देश्य से हर साल दुनियाभर में मजदूर दिवस मनाया जाता है। भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत 1 मई 1923 को हुई थी।
बालश्रम या बाल मजदूरी (Child Labour) समाज के लिए अभिशाप की तरह है। समय-समय पर इसके खिलाफ अभियान चलाए जाते हैं लेकिन क्या वाकई बच्चों का भला हो पा रहा है।
Labour day 2022: हर साल 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है। आइए आज आपको बताते हैं, इसे मनाने के पीछे की वजह क्या है, कब से इसकी शुरुआत हुई और इस साल की थीम क्या है?
International labour Day 2022: अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस यानी इंटरनेशनल लेबर डे (International labour Day) पर दुनियाभर में करीब 80 देशों में अवकाश होता है। वहीं, अमरीका, कनाडा और आस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में यह दिन सितंबर और अक्टूबर महीने में मनाया जाता है।
आज भारत में लेबर डे (Labour Day 2022) मनाया जा रहा है। इस दिन श्रम संघर्षों को याद किया जाता है। इसे समाज के लिए कामगारों के त्याग और योगदान को याद करने के लिए भी मनाया जाता है। भारत में इसकी शुरुआत 1923 से हुई थी।