राष्ट्रपति पुतिन ने इस तथ्य की ओर इशारा किया था कि ब्रिटिश पीएम को पूरे देश द्वारा नहीं बल्कि उनकी कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों द्वारा नेतृत्व मतपत्र में चुना गया था। पुतिन ने कहा था कि ग्रेट ब्रिटेन के लोग सरकार बदलने में हिस्सा नहीं लेते हैं। वहां के शासक अभिजात वर्ग के पास अपनी व्यवस्था है।