Lohri Songs Lyrics In Hindi: लोहड़ी का त्योहार हो और नाच-गाना न हो, ऐसा तो हो ही नहीं सकता है। लोहड़ी एक ऐसा फेस्टिवल हैं जहां परंपरागत नाच-गाना होता है। इन गानों में पंजाब का इतिहास झलकता है।
Lohri 2024: हर साल मकर संक्रांति के एक दिन पहले लोहड़ी पर्व मनाया जाता है। आमतौर पर ये पर्व 13 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन इस बार इसकी डेट पर अंतर आ रहा है। जानिए कब मनाएं लोहड़ी और इससे जुड़ी खास बातें…
Lohri Songs: लोहड़ी नाचगे-गाने और खुशियां मनाने का त्योहार है। इस मौके पर कई तरह के खास गीत गाए जाते हैं। इन गीतों के बिना लोहड़ी का त्योहार अधूरा सा लगता है। इस मौके पर पंजाबी योद्धा दुल्ला भट्टी को भी गीतों के माध्यम से याद किया जाता है।
Lohri 2023 Date: मकर संक्रांति का पर्व देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न नामों से मनाया जाता है। पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है। इस बार लोहड़ी को लेकर लोगों के मन में असमंजस की स्थिति है कि ये पर्व कब मनाएं 13 या 14 जनवरी को?
लोहड़ी (Lohri 2023) का पर्व मुख्य रूप से पंजाब व इसके आस-पास के क्षेत्रों में मनाया जाता है। इस समय पंजाब में रवी की फसल आती है, जिसके चलते यहां के किसानों में उत्साह का माहौल रहता है, जो लोहड़ी में भी देखने को मिलता है।
Lohri 2023: लोहड़ी पंजाब का मुख्य त्योहार है। ये त्योहार मकर संक्रांति के एक दिन पहले मनाया जाता है। इस दिन परिवार के सभी लोग एक जगह इकट्ठा होकर नाचते-गाते और खुशियां मनाते हैं। इस बार ये त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
Lohri 2023: भारत को त्योहारों का देश कहा जाता है। यहां एक ही त्योहार कई अलग-अलग मान्यताओं और परंपराओं के साथ मनाया जाता है। मकर संक्रांति भी एक ऐसा ही त्योहार है। पंजाब में इसे लोहड़ी के रूप में मनाते हैं।
Lohri 2023 Date: हर साल मकर संक्रांति के एक दिन पहले लोहड़ी का पर्व बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार इस पर्व को लेकर लोगों के मन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है क्योंकि मकर संक्रांति का पर्व इस बार 15 जनवरी को है।
देशभर में लोहड़ी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। लोहड़ी साल 2022 का पहला त्योहार है। लोहड़ी पर बॉलीवुड सेलेब्स ने अपने फैंस को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। ज्यादातर सेलेब्स ने इंस्टाग्राम और ट्विटर के जरिए फैन्स को बधाई देते हुए मैसेज लिखा।
Lohri 2022: लोहड़ी के मौके पर पंजाब में नई फसल काटी जाती है। पंजाबियों के लिए ये त्योहार बहुत ही महत्व रखता है। आइए आपको बताते हैं, इसके पीछे की वजह।