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20000 पशुओं के कटे सिर से शुरू होती है TMC के इस लीडर की स्टोरी, सरेआम घर जलाने की धौंस देता था

Aug 11 2022, 12:55 PM IST
कोलकाता. केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने गौ तस्करी के लिए बदनाम TMC लीडर अनुब्रत मंडल(Anubrata Mondal) को छापामार कार्रवाई के बाद अरेस्ट किया है। मंडल को 10 बार नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे। CBI की टीम तीन दिनों से कोलकाता में डेरा डाले बैठी थी। TMC के बाहुबली नेताओं में शुमार अनुब्रत का नाम पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर सबसे बड़े गौ तस्कर के रूप में जाना जाता है। इनकी दबंगई के कई किस्से चर्चाओं में रहे हैं। पहले बता दें कि सीबीआई ने 2020 में पशु तस्करी के मामले में एक केस दर्ज किया था। FIR में तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल का नाम भी सामने आया था। सीबीआई के मुताबिक 2015 से 2017 के दौरान बीएसएफ ने 20,000 पशुओं के सिर बरामद किए थे। इनकी सीमा पार तस्करी होनी थी। इस मामले में मंडल का बॉडीगार्ड हुसैन पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। इधर, कोयला तस्करी से जुड़े मामले में ED ने 8 IPS को समन भेजा है।वही, बंगाल SSC के पूर्व सलाहकार शांति प्रसाद सिन्हा और SSC के पूर्व अध्यक्ष अशोक साहा को 17 अगस्त तक CBI हिरासत में भेजा गया। उन्हें पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में कल CBI ने गिरफ्तार किया था। आगे पढ़िए अनुब्रत मंडल से जुड़े कुछ अन्य महत्वपूर्ण फैक्ट्स...

KK Death: केके को कोलकाता में दिया गया गन सैल्यूट, परिवार को संभालती दिखीं ममता बनर्जी, देखें PHOTOS

Jun 01 2022, 06:11 PM IST
एंटरटेनमेंट डेस्क.बॉलीवुड के फेमस प्लेबैक सिंगर कृष्णकुमार कुन्नथ उर्फ केके (KK) को कोलकाता के रवींद्र सदन में गन सैल्यूट दी गई। इस दौरान वहां सीएम ममता बनर्जी भी मौजूद थी। उन्होंने भी सिंगर को श्रद्धांजलि दी साथ ही परिवारवालों को सांत्वना देती दिखाई दीं। केके की मंगलवार रात कोलकाता लाइव कॉन्सर्ट के दौरान दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कोलकाता के सरकारी अस्पताल में उनका पोस्टमार्टम किया गया है। केके अंतिम संस्कार 2 जून को मुंबई में किया जाएगा। आइए नीचे देखते हैं कोलकाता में किस तरह उन्हें अंतिम विदाई दी गई...

पॉलिटिक्स-पदयात्रा और प्रशांत किशोर, कैसी है बिहार की राजनीति में तहलका मचाने वाले पीके की पर्सनल लाइफ

May 05 2022, 01:38 PM IST
पटना : बिहार (Bihar) की राजनीति पर इन दिनों देशभर के सियासी पंडितों की निगाह हैं। कारण चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) के हर दिन कुछ नए ऐलान। पहले लगा पीके सूबे की पॉलिटिक्स में डायरेक्ट एंट्री लेने जा रहे हैं लेकिन गुरुवार को उन्होंने इससे इनकार कर साफ कर दिया कि उनका प्लान तो कुछ और ही है। प्रशांत किशोर बिहार में तीन हजार किलोमीटर की पदयात्रा करने जा रहे हैं। इस दौरान वे 17 हजार लोगों से मुलाकात भी करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee)और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) जैसे नेताओं को सत्ता के सिंहासन तक पहुंचाने में अहम रोल निभा चुके राजनीति के इस चाणक्य का करियर जितना दिलचस्प है, उतनी ही दिलचस्प पर्सनल लाइफ लाइफ भी है। जानिए फैमिली से लेकर फ्यूचर प्लान तक सबकुछ...

बीरभूम नरसंहार: TMC से जुड़कर खूब पैसा कमाया, एक पुलिस की गाड़ी चलाता था, मुख्य आरोपी था कभी राजमिस्त्री

Mar 25 2022, 11:50 AM IST
बीरभूम. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बोगतई गांव में 21 मार्च को हुई हिंसा (West Bengal Political Violence) का मुख्य आरोपी अनारूल हुसैन (Anarul Hussain Arrested) एक ऐसा विलेन है, जो भादू शेख के लिए कुछ भी कर सकता था। भादू शेख की हत्या के बाद TMC कार्यकर्ताओं ने गांव में नरसंहार किया था। इस हिंसा में 10 लोगों को जिंदा जला दिया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट(Calcutta High Court) ने मामले की जांच का जिम्मा CBI को सौंप दिया है। अनारूल हुसैन भले ही गिरफ्तार हो गया हो, लेकिन गांववाले उसके खिलाफ बोलने से डर रहे हैं। गांववालों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अनारूल हसन भादू शेख का करीबी था। भादू के राजनीति रसूख और प्रॉपर्टी के पीछे उसका बड़ा हाथ था। अनारुल उसकी ढाल था। बता दें कि अनारूल हसन रामपुरहाट का टीएमसी ब्लॉक अध्यक्ष है।

बीरभूम हिंसा: 8 लोगों की जिंदा जलाने से पहले बहुत कुछ हुआ था, ममता बनर्जी को घटना सुनाते हुए बेहोश हुआ पीड़ित

Mar 24 2022, 02:18 PM IST
कोलकाता. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के बोगतई गांव में सोमवार रात(21 मार्च) हुई हिंसा(West Bengal Political Violence) को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, हिंसा में जिंदा जलाए गए 3 महिलाओं और 2 बच्चों सहित 8 लोगों को नरसंहार से पहले बुरी तरह मारा-पीटा गया था। यह खुलासा फोरेंसिक और पोस्टमार्टम (post-mortem or forensic examination)रिपोर्ट से हुआ है। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार, इस मामले में अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कई पुलिस कर्मियों और सिविल वालंटियर्स को हटा दिया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Mamata Banerjee) भी हिंसा प्रभावित गांव पहुंचीं और लोगों से बातचीत की। इस बीच एक पीड़ित अपनी व्यथा बताते हुए बेहोश हो गया। ममता बनर्जी ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है। जिन लोगों के घर जलाए गए उन्हें 1 लाख रुपये मुआवजा मिलेगा। वहीं, पीड़ित परिवारों के 10 आश्रितों को राज्य सरकार नौकरी देगी।पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़(West Bengal Governor Jagdeep Dhankhar) ने कहा-यह एक शर्मनाक घटना है और शासन पर एक धब्बा है। लोकतंत्र में लोगों को इस तरह से जिंदा जलाना बहुत दर्दनाक होता है। मैं सरकार से रक्षा की पेशकश करने के बजाय सबक सीखने की अपील करता हूं।

बीरभूम हिंसा: वामपंथ के वक्त से कुख्यात रहा है बोगतई, कई घंटे खून-खराबा करते रहे 100 बाइकर्स, सनसनीखेज खुलासे

Mar 23 2022, 12:21 PM IST
काेलकाता. पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट के जिस बोगतई गांव में सोमवार रात हिंसा(West Bengal Political Violence) हुई थी, वो आज से नहीं; वामपंथ के समय से कुख्यात रहा है। यहां हर गैरकानूनी धंधे होते रहे हैं। जिस TMC नेता की भादु शेख की हत्या को लेकर 8 लोगों को जिंदा जला दिया गया, कहा जा रहा है कि गैरकानूनी धंधों को उसका भी संरक्षण मिला हुआ था। बीरभूम हिंसा ने सरकार और कानून व्यवस्था की भी सच्चाई सामने ला दी है। घटना के बाद से गांव में तनाव है। लोग बहुत डरे हुए हैं। वे कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं कि जब उपद्रवी घर जला रहे थे, तब पुलिस क्यों नहीं पहुंची? पुलिस को लाशें गठरी में बांधकर ले जानी पड़ीं। बताया जाता है कि करीब 100 बाइकर्स गांव में घुसे और घंटों तांडव करते रहे। इधर, गांव में दहशत के चलते पलायन होने लगा है। पढ़िए बोगतई गांव की कहानी...

Nagaland Firing: उग्रवादियों की घेराबंदी में कहां चूक हुई; नागालैंड फायरिंग को लेकर पुलिस V/s सेना

Dec 06 2021, 10:48 AM IST
नई दिल्ली. 4 दिसंबर को नागालैंड में (Nagaland Firing) सुरक्षाबलों की फायरिंग में हुई 17 लोगों(अब तक) की मौत का मामला गर्माया हुआ है। इस मामले में जांच के लिए SIT का गठन किया गया है। वहीं, विपक्षी दल भी सरकार पर आक्रामक है। तृणमूल कांग्रेस(TMC) अपना एक प्रतिनिधिमंडल नागालैंड भेज रहा है। इस घटना में खुफिया एजेंसियों की असफलता बताई जा रही है। खुफिया एजेंसियों ने सेना को प्रतिबंधित संगठन नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-के (एनएससीएन-के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की मौजूदगी की सूचना दी थी। इसके बाद सेना ने मोन जिले के एक गांव को घेर लिया। इसके बाद लोगों ने सेना पर हमला किया। जवाबी कार्रवाई में 14 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के विरोध में नागालैंड में प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। इस बीच सोम पुलिस ने स्वत: संज्ञान(Suo Motu) लेते हुए 6 दिसंबर को 21 पैरा मिलिट्री के खिलाफ FIR दर्ज की है। नागालैंड सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायत देने का ऐलान किया है। इधर,ओटिंग विलेज स्टूडेंट्स यूनियन (OVSU) सहित विभिन्न नागा संगठनों ने दावा किया कि 8 कोयला खनिक तिरु कोल माइन से एक पिकअप वैन में लौट रहे थे, जब उन्हें निशाना बनाया गया।नागा स्टूडेंट्स फेडरेशन (NSF) ने प्रदेश में पांच दिनों के शोक का ऐलान किया है।

जब Kangana Ranaut के इन 9 विवादित बयानों से मचा बवाल, 2 मुख्यमंत्रियों तक को नहीं बख्शा

Dec 02 2021, 11:27 AM IST
मुंबई। कंगना रनोट (Kangana Ranaut) अक्सर अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में रहती हैं। कुछ दिनों पहले कंगना ने 'भीख में मिली आजादी' बयान दिया था, जिसके बाद काफी बवाल हुआ था। कंगना के बयानों को देखते हुए अब सुप्रीम कोर्ट में उनकी सोशल मीडिया पोस्ट को बैन करने की डिमांड की गई है। हाल ही में वकील चरनजीत सिंह चंद्रपाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि देश में लॉ एंड ऑर्डर के लिए कंगना की पोस्ट को सेंसर किया जाए। वैसे, ये कोई पहली बार नहीं है जब कंगना की पोस्ट से विवाद हुआ है। वो पहले भी इस तरह के बयान दे चुकी हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही बयान..