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Atmanirbhar Bharat:'कोरोनाकाल' में भी इस इंडस्ट्री ने तैयार किया 3700cr का मार्केट, 7 लाख को मिला रोजगार

Sep 25 2021, 03:54 PM IST
नई दिल्ली. कोरोनाकाल ने लोगों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित किया। देश का जूट उद्योग(Coir Industry) इसमें मील का पत्थर बनकर सामने आया है।केंद्र सरकार ने जूट उद्योग को बढ़ावा देने कॉयर उद्योग अधिनियम, 1953 के तहत कॉयर बोर्ड बनाया है। (Coir Board was set up under the Coir Industry Act, 1953) इसका उद्देश्य इस उद्योग से जुड़े लोगों को तकनीकी और आर्थिक सहयोग; खासकर रिसर्च बेस्ड कामकाजी तरीके सिखाना और मार्केट उपलब्ध कराना है। जूट उद्योग में देशभर में 7 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इसमें 80 प्रतिशत महिलाएं हैं। ये महिलाएं देश के तटीय जिलों(coastal districts) के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हाल में गुजरात सरकार की MSME(Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) मिनिस्ट्री ने 472.73 लाख के 2 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इस शख्सियत को याद करके PM ने किया Tweet,कश्मीर को लेकर पंडित नेहरू तक को नहीं बख्शा था

Sep 25 2021, 09:48 AM IST
नई दिल्ली. भारतीय जनसंघ(वर्तमान में भाजपा) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ(RSS) की विचारधारा के राष्ट्रवादी विचारक रहे पंडित दीनदयाल उपाध्याय की आज(25 सितंबर)जयंती है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने tweet करके उन्हें याद किया है। PM ने लिखा-'एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनके विचार देशवासियों को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।' बता दें कि मोदी इस समय अमेरिकी दौरे (USA VISIT) पर हैं। यह अजीब संयोग है कि आज ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती है और सुबह संयुक्त राष्ट्र महासभा (General Assembly of the United Nations-UNGA) को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीर का मुद्दा उठाया था। कश्मीर से धारा 370 हटने के पीछे पंडितजी की विचारधार ने बड़ा काम किया। पंडित उपाध्याय इस मामले में पंडित जवाहरलाल नेहरू के भी खिलाफ खड़े हो गए थे। जब 1966 में पंडित नेहरू नहर जल संधि पर हस्ताक्षर करने वाले थे, तब उपाध्याय ने एक लेख लिखकर पूछा था कि पाकिस्तान से यह पूछा जाना चाहिए कि वो जिस कश्मीर पर अतिक्रमण करके बैठा है, वहां से कब हटेगा? मोदी ने जब धारा 370 हटाई, तब उपाध्याय की सोच को ही आगे बढ़ाया। आइए जानते हैं पंडितजी की कहानी...