कोरोना महामारी के आंकड़ों को कम करके सार्वजनिक किया जा रहा है। केंद्र सरकार आंकड़ों को छिपाने के लिए राज्यों पर दबाव बना रही है। ऐसे आरोपों को पीआईबी ने खारिज कर दिया है। फैक्ट चेक में पीआईबी ने इसे फेक न्यूज बताया है।