सोमू का कहना है कि सारी एजुकेशन यहां से ली फिर विदेश में क्यों जाऊं। वे आने वाली जनरेशन के डॉक्टर्स व इंजीनियर्स को मैसेज देना चाहते हैं कि भारत में रहकर काम करें, जिससे विदेशी स्टूडेंट्स व प्रतिभाएं भी हमारे यहां कंपनियों में जॉब के लिए रुख करें।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IIT) में प्लेसमेंट अभियान (IIT placements ) की शुरुआत हुई आईआईटी रूड़की के एक छात्र को तकनीक के क्षेत्र में काम करने वाली एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने 2.15 करोड़ रुपये का वार्षिक पैकेज दिया है।