एशियानेट न्यूज नेटवर्क के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश कालरा ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा से बातचीत की। मिश्रा ने बताया कि 14-24 जनवरी के बीच भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा हो सकती है।
राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति के अलावा अन्य पूजनीय देवताओं की मूर्तियां भी होंगी। मंदिर में एक शिवलिंग की स्थापना की जानी है। इसके लिए ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के एक हिस्से से निर्मित नर्मदेश्वर शिवलिंग का चयन किया गया है।
ये वीडियो अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य राम मंदिर के हैं, जिनमें पीछे सूरज चमकता नजर आ रहा है। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। मंदिर के बैकग्राउंड में चमकते सूर्य को देखकर लोग कह रहे हैं कि मानों सूर्य देवता मंदिर को रोशन कर रहे हों।
अयोध्या में बन रहे प्रभु श्रीराम की बहुप्रतिक्षित भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां चल रही है। इस साल के अंत तक मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो जाएगा।
यूपी के अयोध्या स्थित विश्व प्रसिद्ध राम मंदिर के प्रथम चरण का निर्माण काम 30 दिसम्बर 2023 तक पूरा हो जाएगा। इसमें मंदिर के भूतल के पांचों मंडपों का निर्माण शामिल है। फिर जनवरी 2024 में निर्धारित मुहूर्त…
सदियों तक कोर्ट में चले ट्रायल और कई लड़ाइयों के बाद अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर आकार ले रहा है। वो राम मंदिर, जिसका दुनियाभर में करोड़ों भारतीयों को लंबे समय से इंतजार है। Asianetnews.com पेश कर रहा है अयोध्या की गाथा-एक नए युग की शुरुआत।
अयोध्या में भगवान राम के मंदिर (Ayodhya Shri Ram Temple) का निर्माण तेजी से चल रहा है। इसी बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmbhumi Tirth Kshetra) ने लेटेस्ट तस्वीरें जारी की है और अनोखी जानकारी भी शेयर की है।
यूपी के जिले अयोध्या के रायगंज में नरसिंह मंदिर के पुजारी ने गमछे से फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले रविवार को फेसबुक पर लाइव आए। इस दौरान उन्होंने पुलिस वालों पर दो लाख रुपए घूस मांगने का आरोप लगाया।
अयोध्या में रामलला के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तारीक सामने आई है। मंत्री सुरेश खन्ना ने ट्वीट कर जानकारी दी कि 22 जनवरी को रामलला गर्भगृह में विराजमान होंगे।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में हुए भीषण सड़क हादसे में राज्य के प्रसिद्ध संत कनक बिहारी दास जी महाराज का निधन हो गया। वह बरमान से छिंदवाड़ा लौट रहे थे, तभी अचानक उनकी कार एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में पलट गई।