पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को उपहार के रूप में प्राप्त हार को तोशा-खाना (राज्य उपहार भंडार) को नहीं भेजा गया था, बल्कि पूर्व विशेष सहायक जुल्फिकार बुखारी को दिया गया था, जिन्होंने इसे लाहौर के एक जौहरी को 18 करोड़ रुपए में बेच दिया था।