हाईकोर्ट में समता पार्टी ने अपील की थी कि जलता हुआ मशाल शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट को आवंटित न किया जाए क्योंकि वह सिंबल उनका है और समता पार्टी पूर्व में इसी सिंबल पर चुनाव लड़ चुकी है।
उद्धव कैंप के 13वें सांसद ने साथ छोड़ दिया है। शिवसेना से बगावत कर एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को गिरा दिया था। इसके बाद उन्होंने बीजेपी से गठबंधन कर राज्य में सरकार बनाई।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 7 नवंबर को महाराष्ट्र में प्रवेश करने जा रही है। इसके बाद इस यात्रा में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सुप्रीमो शरद पवार और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के शामिल होने की उम्मीद है।
शिवसेना के तीन सदस्यों द्वारा महाराष्ट्र के ठाणे जिले में अपने वार्षिक 'दिवाली पहाट', पर एक संगीत कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगने वाली याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया।
चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न जब्त करने के आदेश को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी है। इस मामले में एकनाथ शिंदे को भी पक्षकार बनाया गया है।
शिवसेना को चुनाव आयोग ने तीर-धनुष वाला सिंबल साल 1989 में दिया था। इसके पहले शिवसेना कई चुनाव चिह्नों पर चुनाव लड़ चुकी है। इसके पहले शिवसेना ने तलवार और ढाल, नारियल के पेड़, रेलवे इंजन, कप और प्लेट जैसे विभिन्न प्रतीकों पर चुनाव लड़ा है।
शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े ने चुनाव आयोग को दिए लिस्ट में पार्टी के चुनाव चिह्न के रूप में त्रिशूल को पहली और उगता हुआ सूरज को दूसरी पसंद बताया है। इसी तरह पार्टी के नाम के लिए 'शिवसेना बालासाहेब ठाकरे' पहली और 'शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे'दूसरी पसंद बताया गया है।
शिवसेना की लड़ाई चुनाव आयोग में पहुंचने के बाद दोनों गुटों को जोरदार झटका लगा है। चुनाव चिह्न पर दावा ठोकने वाले दोनों गुटों को चुनाव आयोग ने तीर-धनुष के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा कि बाल साहेब के असली उत्तराधिकारी का फैसला जनता करेगी। केवल बेटा होने का मतलब उत्तराधिकारी नहीं कोई हो जाएगा।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी की सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उद्धव ठाकरे को इस्तीफा देना पड़ा था। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के बाद सबसे अधिक विधायक व सांसद हैं। शिंदे गुट ने चुनाव आयोग में दावा किया है कि उनका गुट ही असली शिवसेना है।