Aaj ka Panchang 22 october 2023: 22 अक्टूबर, रविवार को पहले उत्तराषाढ़ा नक्षत्र होने से मूसल और इसके बाद श्रवण नक्षत्र होने से गद नाम के 2 अशुभ योग इस दिन बनेंगे। इनके अलावा इस दिन सर्वार्थसिद्धि, धृति, शूल नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
25 जून, रविवार को पहले पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र होने से छत्र और इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र होने से मित्र नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। साथ ही इस दिन व्यातीपात, सर्वार्थसिद्धि और त्रिपुष्कर नाम के 3 अन्य योग भी रहेंगे।
Kanya Pujan Rules: कन्या पूजा नवरात्रि की आवश्यक परंपराओं में से एक है। नवरात्रि की अष्टमी व नवमी तिथि पर कन्या पूजा की जाती है। इस बार 3 अक्टूबर, सोमवार को अष्टमी और 4 अक्टूबर, मंगलवार को नवमी तिथि है।
Kanya Pujan Vidhi 2022: इन दिनों शारदीय नवरात्रि का पर्व चल रहा है, जो 4 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। इस पर्व में कन्या पूजा एक विशेष परंपरा है। कन्या पूजा नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि पर विशेष रूप से किया जाता है।
हिंदू धर्म में हर त्योहार से जुड़ी कोई न कोई परंपरा होती है। नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) से भी ऐसी कई परंपराएं जुड़ी हैं। चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अंतिम दिनों जैसे अष्टमी व नवमी तिथि पर कन्या पूजन (Kanya Pujan Vidhi) विशेष रूप से किया जाता है।
Navratri Havan 2022: इन दिनों चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) का पर्व चल रहा है, जो 10 अप्रैल, रविवार तक रहेगा। नवरात्रि के अंतिम दिनों यानी अष्टमी या नवमी तिथि पर हवन करने की परंपरा है। कुछ स्थानों पर दशमी तिथि पर भी हवन किया जाता है। किसी योग्य विद्वान से पूछकर आप इन तीनों दिनों में से किसी भी दिन हवन कर सकते हैं।
देवी की आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) 2 अप्रैल, शनिवार से शुरू हो चुका है। भक्त देवी मंदिरों में उमड़ने लगे हैं। हर कोई अपने तरीके से देवी को प्रसन्न करने में जुटा है। इस दौरान प्रमुख देवी मंदिरों में विशेष आयोजन भी शुरू हो चुके हैं। कहीं अखंड ज्योति जलाई जा रही है तो कहीं नौ दिनों तक मंत्र जाप किए जा रहे हैं।
शिल्पा शेट्टी (Shilpa Shetty) ने बुधवार को महाअष्टमी के मौके पर माता का पूजन किया। पूजा के बाद शिल्पा ने अपने घर में कन्या भोज (Kanya Bhoj) करवाया। इस दौरान उन्होंने पहले छोटी-छोटी बच्चियों की आरती उतारी और उसके बाद सभी को कतार में बैठाकर कन्या भोज कराया।
नवरात्रि (Shardiya Navratri 2021) की महाष्टमी (इस बार 13 अक्टूबर, बुधवार) और नवमी तिथि (इस बार 14 अक्टूबर, गुरुवार) पर कन्या पूजन (Kanya Puja 2021) की परंपरा है। माना जाता है कि नवरात्रि में कन्या भोज और पूजन करने से देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं।
इस बार 17 सितंबर, शुक्रवार को सूर्य राशि बदलकर सिंह से कन्या में प्रवेश करेगा। सूर्य के कन्या राशि में प्रवेश करने से ये कन्या संक्रांति कहलाएगी। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। पितरों की आत्मा की शांति के लिए इस दिन पूजा करना फायदेमंद माना गया है।