छत्तीसगढ़ के युवक-युवतियों के पास होटल-इंडस्ट्री में करियर बनाने का शानदार मौका है। 50 प्रतिशत अंक के साथ 12वीं पास युवा इस फील्ड में भविष्य बना सकते हैं। उनकी उम्र 18 साल से कम और 25 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
न्यूमरोलॉजी के अनुसार, किसी व्यक्ति की जन्म तारीख को जोड़ने से जो अंक प्राप्त होता है उसे मूलांक कहलाता है। उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति कि जन्म किसी भी महीने की 29 तारीख को हुआ है जैसे 2+9 =11, 1 +1 =2, तो मूलांक 2 होगा।
अंक शास्त्र में बार-बार भाग्यांक शब्द का जिक्र आता है। भाग्यांक का अर्थ है वह अंक जिससे आपका भाग्य आपका साथ दे अर्थात किस्मत चमकाने वाला अंक। वास्तव में गणना द्वारा निकाला हुआ यह अंक ही लोगों के लिए भाग्यशाली होता है।
12वीं के बाद आप कंप्यूटर कोर्स कर अपने करियर को आगे ले जा सकते हैं। कई ऐसे कोर्स हैं, जिन्हें करने के बाद अच्छे पैकेज और अच्छी प्रोफाइल पर जॉब ऑफर की जाती है।ये जॉब आजकल डिमांड में हैं। इसके अलावा खुद का भी काम शुरू कर अच्छी-खासी कमाई कर सकते हैं।
आज (9 नवंबर, बुधवार) अगहन मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन कृत्तिका नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से सिद्धि नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा वरीयान और परिघ नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
आज (15 सितंबर, गुरुवार) श्राद्ध पक्ष की पंचमी और षष्ठी तिथि का संयोग बन रहा है। गुरुवार को कृत्तिका नक्षत्र होने से पद्म नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इसके अलावा हर्षण और वज्र नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे।
वैदिक ज्योतिष में परेशानियां कम करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। रत्न यानी जेम्स धारण करना भी उनमें से एक है। समस्याओं को दूर करने के लिए रत्न धारण करना बहुत प्रभावशाली माना जाता है। लोग निजी जीवन, करियर व सुख-समृद्धि प्राप्त करने हेतु रत्न धारण करते हैं। हर रत्न का अपना एक अलग प्रभाव होता है।
अंक शास्त्र में भाग्यांक का खास महत्व होता है। भाग्यांक निकलने के लिए जन्म तारीख, माह और सन लिखा जाता है और फिर उनका योग किया जाता है। जैसे आपकी जन्म तारीख, माह व सन 2-3-1970 है तो आपका भाग्यांक 2+3+1+9+7+0 =22 = 2+2 = 4 होगा।
टैरोट कार्ड पंच तत्वों के आधार पर कार्य करता है। इसके ऊपर कुल सभी पंच तत्वों को दिखाया जाता है जो कि पृथ्वी, आकाश, अग्नि, हवा और पृथ्वी हैं। टैरोट कार्ड के कार्ड्स पर बने ये सभी तत्व व्यक्ति के भविष्य का अनुमान लगाने मे सहायता करते हैं।
आज (28 सितंबर, बुधवार) आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन देवी चंद्रघंटा की पूजा की जाएगी। बुधवार और स्वाति नक्षत्र के योग से धूम्र नाम का अशुभ योग इस दिन बनेगा। राहुकाल दोपहर 12:17 से से 01:46 तक रहेगा।