कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले 9 महीने से जारी है। हालांकि, कोरोना के चलते यह आंदोलन काफी बेअसर नजर आ रहा है। ऐसे में किसान संगठनों ने एक बार फिर इसे धार देने की कोशिश की है। इसी के तहत किसानों ने 26 मई को 'काला दिवस' मनाने का फैसला किया है। इस काले दिवस को कांग्रेस, शिवसेना समेत 12 दलों ने समर्थन दिया है।