नागरिकता कानून के विरोध प्रदर्शनों के बीच दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट के वकीलों ने समर्थन में मार्च निकाला। वकीलों ने हाथों में तख्तियां ली थीं, जिनपर लिखा था, "नागरिकता संशोधन अधिनियम किसी भी व्यक्ति चाहे वो किसी भी धर्म का है, की नागरिकता को प्रभावित नहीं करता है।"