हमारे पूर्वजों ने कई ऐसे शास्त्रों और पुराणों की रचना की है जिसके आधार पर किसी व्यक्ति का स्वभाव और भविष्य के बारे में पता लगाया जा सकता है, इन्ही में से एक है समुद्र शास्त्र। हस्तरेखा शास्त्र भी समुद्र शास्त्र का ही भाग है, जिसमें हथेली की रेखाओं, आकृतियों और बनावट से व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है।