पुलिस के मुताबिक आरोपितों के विरुद्ध बदायूं में दर्ज मुकदमे में सोनू के पिता गवाही देने वाले थे। इसी के बाद से आरोपित रंजिश मानने लगे। सुनियोजित तरीके से सोनू को इसकी भनक भी नहीं लगने दी गई। रंजिश को भूल कर सोनू ने प्रदीप, बंटी व मोहित की दोस्ती में पड़ गया।