इन दिनों श्राद्ध पक्ष चल रहा है। श्राद्ध के बारे में अनेक धर्म ग्रंथों में कई बातें बताई गई हैं। महाभारत के अनुशासन पर्व में भी भीष्म पितामह ने युधिष्ठिर को श्राद्ध के संबंध में कई ऐसी बातें बताई हैं, जो वर्तमान समय में बहुत कम लोग जानते हैं।
किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद किए जाने वाले संस्कार उसका पुत्र ही करता है। शास्त्रों के अनुसार, पुत्र ही पिता को पुं नामक नरक से मुक्ति दिलाता है। इसलिए उसे पुत्र कहते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को अयोध्या में श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन किया। इसके पहले उन्होंने पारिजात का पौधा भी लगाया।
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान परशुराम की जयंती मनाई जाती है। इस बार ये तिथि 26 अप्रैल, रविवार को है।
हिंदू धर्म ग्रंथों में अनेक प्राचीन नगरों के बारे में जानकारी मिलती है। इन सभी में सप्तपुरियों का विशेष महत्व बताया गया है। सप्त पुरी यानी प्राचीन 7 शहर।
हिंदू धर्म ग्रंथों में लिखी अनेक कथाओं में स्वर्ग और नर्क के बारे में बताया गया है। हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों ने 36 तरह के मुख्य नर्कों का वर्णन किया गया है। अलग-अलग कर्मों के लिए इन नर्कों में सजा का प्रावधान भी माना गया है।
धर्म ग्रंथों में मनुष्य के विभिन्न अंगों के बारे में विस्तार से बताया गया है। ग्रंथों में इस बात की जानकारी भी है कि मनुष्य के कौन-से अंग पवित्र हैं और कौन-से अपवित्र।
इस बार नागपंचमी 5 अगस्त, सोमवार को है। हिंदू धर्म में नागों को देवों समान माना गया है और इस दिन नागों की पूजा करने की परंपरा है।