क्या आप जानते हैं कि जीभ देखकर किसी मनुष्य के व्यक्तित्व के बारे में भी जाना जा सकता है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार मनुष्य की जीभ देखकर उसके स्वभाव, व्यक्तित्व और गुणों-अवगुणों के बारे में भी जाना जा सकता है।
उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नाम के पहले अक्षर का काफी अधिक महत्व बताया गया है। व्यक्ति के जन्म के समय चंद्रमा जिस राशि में होता है, उसी राशि के अनुसार नाम का पहला अक्षर निर्धारित किया जाता है।
जन्म माह, तारीख और राशि से व्यक्ति के स्वभाव के बारे में पता लगाया जा सकता है। अलग-अलग महीनों में जन्म लेने वालों में कुछ खास बातें होती हैं। आज हम आपको मई में जन्म लेने वाले लोगों के नेचर से जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं ।
मौसम के हिसाब से फरवरी बहुत ही खास महीना होता है क्योंकि इस समय वसंत ऋतु की शुरूआत होती है। जाती हुई ठंड बहुत ही सुहानी लगती है। इस महीने में जन्म लेने वालों का नेचर भी कुछ ऐसा ही होता है।
ज्योतिष के अंर्तगत कई विद्याएं प्रचलित हैं। जैसे हस्तेरखा अध्ययन, स्वप्न ज्योतिष, कुंडली अध्ययन, सामुद्रिक शास्त्र आदि। सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर और अंगों की बनावट के आधार पर स्वभाव और भविष्य की जानकारी दी गई है।
जिस प्रकार समुद्रशास्त्र में इंसान के शरीर के विभिन्न अंगों के आधार पर इंसान के स्वभाव के बारे में बताया जाता है। उसी प्रकार वाराही संहिता या बृहत्संहिता में भी ऐसी बहुत सी बातों का वर्णन मिलता हैं। बृहत्संहिता के अनुसार लड़कियों की चाल से उनके व्यवहार और आदतों का पता लगाया जा सकता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सप्ताह के जिस दिन किसी व्यक्ति का जन्म होता है, उसके अनुसार उसका स्वभाव भी होता है। जैसे सोमवार को जन्मे व्यक्ति पर चंद्र का प्रभाव अधिक होता है।
समुद्र शास्त्र के अनुसार मनुष्य के शरीर का हर अंग उसके स्वभाव के बारे में कुछ न कुछ जरूर बताता है। अगर किसी मनुष्य के शरीर पर पूरी तरह से गौर किया जाए, तो उसके चरित्र के बारे में काफी कुछ आसानी से जाना जा सकता है।
अब तक अंतरिक्ष वैज्ञानिक (Space scientists) इस बात का पता लगाने की कोशिश में लगे हुए हैं कि चांद की सतह पर पानी हो सकता है या नहीं। करीब एक दशक पहले तक यह माना जाता था कि चांद की सतह पर पानी नहीं है, लेकिन अब नए रिसर्च से पता चल रहा है कि वहां पानी हो सकता है। 'नेचर एस्ट्रोनॉमी' (Nature Astronomy) में सोमवार को प्रकाशित दो स्टडी से पता चला है कि चांद पर पानी होने की संभावना है।
हस्तरेखा ज्योतिष में बताया गया है कि रेखाओं के साथ ही हथेली और उंगलियों की बनावट का असर व्यक्ति के स्वभाव पर पड़ता है।